Kasouli News कसौली में जल संकट गहराया : 13 गांवों में 15 दिन से नहीं आया नल से जल
कसौली विधानसभा क्षेत्र के धारटी इलाके में पानी का संकट चरम पर है। ग्राम पंचायत कोटी-नांब के करीब 13 गांवों में पंद्रह दिनों से नलों में पानी की एक बूंद नहीं आ रही। सरकार के ग्रामीण क्षेत्रों को सुविधाएं देने के दावे यहां धरे रह गए हैं। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि लोग अब आंदोलन की तैयारी में हैं।
धारटी क्षेत्र के समाजसेवी और पूर्व वार्ड सदस्य सोमदत्त पुंडीर ने बताया कि ‘हमेशा इस क्षेत्र के साथ भेदभाव होता रहा है। अब स्थिति यह है कि महिलाएं और बच्चे मीलों दूर बावड़ियों से पानी ढोने को मजबूर हैं।’ उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों को बार-बार शिकायतें दी गईं और प्रतिनिधि मंडल भी मिले, लेकिन प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया। ग्रामीणों ने बताया कि धारटी क्षेत्र में सरी-ठाणा उठाऊ पेयजल योजना के तहत नाथ का पानी से आपूर्ति होती है। लेकिन एक वर्ष से कर्मचारियों को वेतन न मिलने के कारण ठेकेदार ने काम बंद कर दिया है। इस वजह से पूरे इलाके में पेयजल व्यवस्था ठप हो गई है।
सरी, ठाणा, नांब, कुटाहाघाट, शाकडी, हरि का खिल, हडली, रौडी, पटियाना, शिव दवाला, पथराईं और पघेत जैसे गांव इस योजना पर निर्भर हैं। अब न पीने का पानी मिल रहा है, न ही मवेशियों के लिए। हालात ऐसे हैं कि कुछ घरों में लोग दो-दो दिन में एक बार पानी से खाना बना पा रहे हैं। धारटी क्षेत्र के सोमदत्त पुंडीर, गौरिश ठाकुर, कांशीराम, अजय कुमार, मोहन सिंह, सुखदेव अत्रि, गीताराम, सत्या देवी और प्रकाश चंद सहित अन्य ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द आपूर्ति बहाल नहीं की गई तो वो सड़कों पर उतरेंगे।
