बचाई जा सकती थी विमल नेगी की जान : बिक्रम ठाकुर
शिमला, 10 अप्रैल(हप्र)
पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा है कि यदि सुक्खू सरकार ने समय रहते कार्रवाई की होती तो हिमाचल प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की जान नहीं जाती। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि 23 सितम्बर, 2024 को उन्होंने इस मुद्दे को पत्रकार वार्ता के माध्यम से उठाया था, लेकिन उस समय सरकार ने इस पर पर्दा डाले रखा। बिक्रम ठाकुर शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना बीते 2 वर्ष से हिमाचल प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन के चेयरमैन का दायित्व संभाल रहे हैं। ऐसे में मुख्य सचिव को 6 माह का सेवा विस्तार देना भी कई तरह के सवालों को खड़ा करता है।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि विमल नेगी मौत मामले से पूरा प्रदेश स्तब्ध है, लेकिन सुक्खू सरकार सी.बी.आई. जांच से भाग रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार तथ्यों को छिपाने के अलावा दोषियों को राजनीतिक संरक्षण प्रदान कर रही है।
पेखूवाला प्रोजैक्ट में भ्रष्टाचार की बू
बिक्रम ठाकुर ने आरोप लगाया कि पेखूवाला प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है, जिसमें अधिकारी और राजनीतिक लोग दोनों शामिल हैं। उन्होंने कहा कि टैंडर शर्तें बार-बार बदलकर एक विशेष कंपनी को लाभ पहुंचाया गया। गुजरात में समान प्रोजेक्ट की तुलना में हिमाचल प्रोजेक्ट की लागत 100 करोड़ रुपए अधिक कैसे हो गई? उन्होंने शांगटांग कड़छम प्रोजैक्ट को लेकर भी सवाल उठाए।