वाहन चोरी रैकेट का भंडाफोड़, मुख्य आरोपी काबू
देहरा पुलिस ने जीपीएस ट्रैकिंग, तकनीकी निगरानी और खुफिया नेटवर्क की मदद से 15 लापता वाहन बरामद कर एक बड़े वाहन धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो वर्ष 2023 से कांगड़ा ज़िले के विभिन्न इलाकों में सक्रिय था। जनवरी 2025 में अजय कुमार द्वारा 10 गाड़ियों की गुमशुदगी की सामूहिक शिकायत लगरू पुलिस चौकी (थाना खुंडियां, उपमंडल ज्वालाजी) में दर्ज कराई गई थी। शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज होने के बाद एसपी देहरा मयंक चौधरी ने डीएसपी ज्वालाजी आर. पी. जसवाल के नेतृत्व में विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की। जांच के दौरान मामले का दायरा बढ़ा और कुल 17 वाहन इसमें शामिल पाए गए, जिनमें से अब तक 15 वाहन बरामद हो चुके हैं। मुख्य आरोपी रतनेश्वर सिंह (गांव चलाली) को 2 अप्रैल 2025 को उसकी फर्म आर बीज़ कार रेंटल्स के माध्यम से धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल जमानत पर है। उसके दो साथी अमृतसर का परवीन और चंडीगढ़ का गुरविंदर अभी फरार हैं। वाहनों की बरामदगी से प्रेरित होकर हमीरपुर, भवारना, धर्मशाला, बैजनाथ, नगरोटा बगवां सहित कई स्थानों से नए मामले सामने आए हैं, जो इस घोटाले के व्यापक नेटवर्क को दर्शाते हैं। पुलिस के अनुसार आरोपी लोगों को सरकारी विभागों में वाहन किराए पर लगवाने के नाम पर नए वाहन खरीदने के लिए लालच देता था। शुरुआती कुछ महीनों तक भुगतान करने के बाद वह गाड़ियां आधी कीमत में पड़ोसी राज्यों में बेच देता और असली मालिकों को दूर रखता, क्योंकि वाहनों तक पहुंच केवल उसी के पास होती थी।
तेजी से की गई पुलिस कार्रवाई से पीड़ितों में उम्मीद जगी है। नूरपुर के राजा का तालाब निवासी नीरज शर्मा को भरोसा है कि उनकी थार भी जल्द बरामद हो जाएगी। एसपी देहरा मयंक चौधरी ने द ट्रिब्यून से कहा, “17 में से 15 वाहन बरामद हो चुके हैं। जांच जारी है और हमें बाकी दो वाहनों के भी मिलने की पूरी उम्मीद है। एएसआई रमन के नेतृत्व में लगरू पुलिस चौकी की टीम पुख्ता सुराग जुटा रही है।”