Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

वीरभद्र की सेवा भावना प्रेरणास्रोत : शुक्ल

राज्यपाल ने पूर्व मुख्यमंत्री को पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

रामपुर बुशहर, 24 जून (हप्र)

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की चौथी पुण्यतिथि पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने रामपुर स्थित पद्म महल परिसर में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में भाग लिया और वीरभद्र सिंह को एक प्रखर राजनीतिज्ञ, दूरदर्शी नेता और समर्पित जनसेवक के रूप में याद किया। शुक्ल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने हिमाचल की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया।

Advertisement

उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाकर उन्होंने देवभूमि की पवित्रता और सांस्कृतिक ताने-बाने की रक्षा के लिए समर्पण के साथ काम किया। उन्होंने कहा कि राजा साहब का राज्य के समग्र विकास में योगदान जनता के दिलों में गहराई से अंकित है और उनकी सेवा भावना आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी। समारोह में वीरभद्र सिंह के परिजन, कई गणमान्य लोग और स्थानीय निवासी उपस्थित थे। हालांकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस अवसर पर नहीं पहुंचे। उन्होंने अपनी पत्नी एवं विधायक कमलेश कुमारी को भेजा। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी अपने घरेलू कार्यों के चलते इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां, विस उपाध्यक्ष विनय कुमार, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कर्नल धनी राम शांडिल, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, उद्योग मंत्री हर्श वर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, आयुष मंत्री यादविंदर गोमा, अध्यक्ष हिप्र राज्य वित्त आयोग एवं रामपुर के विधायक नंद लाल, रोहड़ू विधायक मोहन लाल ब्राक्टा, संजय रतन, राम कुमार चौधरी, हरीश जनारथा, अशीश बुटेल, आरएस बाली, भवानी पठानिया, उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक शिमला गौरव सिंह, उप मंडल अधिकारी रामपुर बुशहर हर्ष अमरेन्द्र सिंह, कांग्रेस नेता कौल सिंह, आशा कुमारी, राम लाल, प्रकाश चौधरी, सुरेश भारद्वाज, नीरज भारती,मंजीत डोगरा, चेत राम तथा निगमों व बोर्डो के अध्यक्ष प्रमुख रहे।

Advertisement
×