ऊना में रेडियोलॉजिस्ट ना होने से अल्ट्रासाउंड सुविधा बंद
क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में अल्ट्रासाउंड की सुविधा लगभग दो महीनों से बंद है। सूत्रों के मुताबिक अस्पताल में तैनात रेडियोलॉजिस्ट का तबादला 8 अगस्त को हुआ था। ऐसे में अब मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए निजी लैब पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है। वही जहां गर्भवती महिलाओं को क्षेत्रीय अस्पताल में निशुल्क अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिलती थी। अब निजी लैब में एक अल्ट्रासाउंड के लिए 1500 से 3000 रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं। मरीजों ने अस्पताल में नए रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए सरकार के समक्ष मांग उठाई है।
जिले के सबसे बड़े अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पद खाली होना और अल्ट्रासाउंड की सुविधा ठप होना समझ से परे है। इन कारणों से मरीजों की परेशानी काफी बढ़ गई है। ऐसे में अब मरीज निजी लैब में जाकर महंगे दामों पर अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। सूत्रों की माने तो क्षेत्रीय अस्पताल में रोजाना औसतन 100 से 200 गर्भवती महिलाएं व अन्य मरीज जांच के लिए पहुचते हैं। अस्पताल में काफ़ी रोग विशेषज्ञ भी तैनात हैं और नियमित जांच के लिए अल्ट्रासाउंड करवा कर उसकी रिपोर्ट दिखाने की सलाह मरीजों को दी जाती है। ऐसे में पहले इन मरीजों का अल्ट्रासाउंड अस्पताल के अंदर ही निशुल्क हुआ करते थे। परंतु अब रेडियोलॉजिस्ट का पद खाली होने से मरीजों को निजी लैब में जाकर अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
ऊना से विधायक सतपाल सत्ती ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रोज़ाना काफ़ी संख्या में मरीज जांच के लिए अस्पताल पहुचते हैa परंतु सुविधा ना होने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है।