ऊहल-3 विद्युत परियोजना ने 100 करोड़ का राजस्व अर्जित कर बनाया रिकॉर्ड
हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड के अंतर्गत संचालित ऊहल स्टेज-3 विद्युत परियोजना ने बीती रात 12 बजे तक 100 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मंडी जिला की तहसील लड़भडोल के चूल्हा गांव में स्थित इस परियोजना द्वारा कीर्तिमान स्थापित करने की जानकारी बोर्ड के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने दी। संजय गुप्ता ने कहा कि इस परियोजना ने फरवरी 2025 के अंतिम सप्ताह से विद्युत उत्पादन शुरू किया था और आज यह अपनी पूर्ण क्षमता के साथ 100 मेगावाट उत्पादन कर रही है। परियोजना को 5 रुपये प्रति यूनिट की अस्थायी टैरिफ दर पर बिजली बेचने की अनुमति मिली है।
गुप्ता ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मार्गदर्शन और आर्थिक सहयोग से यह लंबे समय से अटकी परियोजना अब कमाऊ पूत में तब्दील हो रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने न केवल परियोजना को प्राथमिकता दी, बल्कि इसके लिए विशेष वित्तीय सहायता भी मुहैया करवाई। नतीजतन अब ये परियोजना प्रदेश की आय का मजबूत स्रोत बन गई है। उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में 389 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिससे राज्य को हर वर्ष लगभग 200 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। परियोजना से उत्पादित बिजली जोगिंदर नगर, पट्टी और हमीरपुर के प्रमुख सब स्टेशनों के माध्यम से उत्तरी ग्रिड में भेजी जा रही है। अध्यक्ष ने बताया कि परियोजना को साकार करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लेकिन स्थानीय देवी-देवताओं की कृपा, जन सहयोग, प्रशासनिक समन्वय और कर्मचारियों की प्रतिबद्धता से यह संभव हो सका।