शिमला, 31 जनवरी (निस)
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल में चल रहे ‘स्नो-फेस्टिवल के चलते जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में विभिन्न आयोजन किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज ठोलंग व उदयपुर में छोलो खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में स्थानीय युवाओं ने केलांग के कमान्डर नाला में ‘आइस क्लाइम्बिंग’ का अभ्यास किया।
अटल टनल रोहतांग के खुल जाने से लाहौल घाटी में विंटर टूरिज्म की संभावना बढ़ गयी है। घाटी में साहसिक शीतकालीन खेलों व साहसिक पर्यटन की संभावनाएं बढ़ गई हैं। ‘स्नो फ़ेस्टिवल’ से घाटी में शीतकालीन साहसिक खेलों की संभावनाओं को तलाश करने के लिए घाटी के पर्यटन व्यवसायियों के प्रयास से साहसिक पर्यटन को उभारने के लिये एक पर्वतारोही विशेषज्ञ टीम ‘आईस क्लाईबिंग’ की संभावनाओं को तलाशने के लिए लाहौल घाटी पहुंची है और घाटी में ‘आईस क्लाइम्बिंग’ की जगह चिन्हित कर रहे है। साथ ही ये लोग ‘आइस क्लाइम्बिंग’ करके युवाओं को भी इस ओर व्यावसायिक तौर पर कार्य करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। पर्वतारोही भरत भूषण जो पिछले दस सालों से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं, ने बताया कि टनल से घाटी में साहसिक पर्यटन व ट्रेकिंग की संभावनायें बहुत बढ़ गई हैं।
इन्स्ट्रक्टर प्रीति डांगर ने कहा कि युवा इसके लिए खुद के कृत्रिम फ्रोजन वाटर फॉल बना सकते हैं, आइस पार्क बनाया जा सकता है, आइस हॉकी खेली जा सकती है, स्कीईंग की जा सकती है, सलेजिंग की जा सकती है, विंटर कैंपिंग व एवलांच कोर्स कराए जा सकते है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।