तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा धर्मशाला लौटे
तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा मंगलवार को लगभग डेढ़ महीने के प्रवास के बाद लेह-लद्दाख से मैक्लोडगंज स्थित अपने निवास चुंगलाखांग मठ लौट आए हैं। उनका सोमवार को लौटने का कार्यक्रम तय था, लेकिन खराब मौसम के कारण यात्रा योजना में बदलाव करना पड़ा। लेह से प्रस्थान के बाद वे पिछले सप्ताह दिल्ली पहुंचे थे, जहां उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से नियमित चिकित्सा जांच करवाई। 6 जुलाई को धर्मशाला में अपना जन्मदिन मनाने के बाद दलाई लामा 12 जुलाई को लेह के लिए रवाना हुए थे। लद्दाख प्रवास के दौरान उन्होंने ज़ांस्कर की यात्रा की, करगोन मेगा ग्रीष्मकालीन संगोष्ठी का उद्घाटन किया, ज़ांस्कर मोनलम चोर्टेन की आधारशिला रखी और 21,000 से अधिक श्रद्धालुओं को उपदेश दिए। इसके अलावा, लेह में नए जोखांग मंदिर की आधारशिला रखने, चोगलामसर धर्म केंद्र को आशीर्वाद देने और 16-17 अगस्त को शिवात्सेल में लगभग 50,000 अनुयायियों को संबोधित करने जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों में भी भाग लिया। लद्दाख प्रवास के दौरान दलाई लामा ने हज़ारों भक्तों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों से भी मुलाकात की। इसमें चेक गणराज्य के राष्ट्रपति पेट्र पावेल भी शामिल रहे, जिन्होंने उनके 90वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं। वहीं, धर्मशाला के भारी मानसून और स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए इस बार लेह प्रवास को अधिक उपयुक्त माना गया था।