शिमला, 25 जुलाई (निस)
शिमला ज़िला पुलिस ने करीब डेढ़ महीने की तहकीकात के बाद कोटखाई के हलाईला आश्रम में हुए स्वामी शिव नारायण की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। मामले की जांच के लिए निरीक्षक मनोज कुमार के नेतृत्व में गठित विशेष जांच टीम ने हत्या के इस मामले में बिहार के औरंगाबाद, तमिलनाडू के त्रिपुर व उत्तर प्रदेश के बरेली से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या की वारदात में गिरफ्तार पंचकुला का रहने वाला स्वामी आत्मानंद गिरी इसमें मुख्य आरोपी बताया गया है। आत्मानंद गिरी को पुलिस ने बरेली से गिरफ्तार किया। शिमला की पुलिस अधीक्षक डॉ मोनिका ने आज एक पत्रकार वार्ता में बताया कि इस मामले में बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले धर्मेंद्र व बिहार के गया के रहने वाले भूपिंद्र को त्रिपुर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्वामी शिव नारायण की हत्या को लेकर पुलिस को 6 जून को सूचना मिली थी। मामले की जांच के बाद 11 जून को पुलिस थाना कोटखाई में आईपीसी की धारा 364 के तहत मामला दर्ज किया गया। मामले की जांच के लिए पुलिस ने विशेष जांच टीम का गठन किया। सीसीटीवी फुटेज व कॉल डिटेल व बैंक खातों से पैसों के लेन देन का ब्यौरा जुटाया गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच आगे बढ़ाई। स्वामी शिव नारायण का शव सिरमौर के राजगढ़ से बरामद किया गया। जांच के दौरान 25 जून को सबसे पहले औरंगाबाद से धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उनसे पूछताछ से मालूम हुआ कि हत्या की वारदात में दो और लोग शामिल हैं। लिहाजा पुलिस ने लगातार गहनता से पड़ताल करते हुए बाकी के दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि हत्या की इस वारदात के बाद से गायब स्वामी शिव नारायण की कार व छह लाख की नगदी भी बरामद कर ली गई है।