शिमला, 20 जनवरी (निस)
हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी भले ही फुलस्पीड से आगे बढ़ रही है लेकिन इसके बावजूद राज्य की जयराम ठाकुर सरकार कोरोना पाबंदियों को और कड़ा नहीं करेगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने आज एक पत्रकारवार्ता में कहा कि मौजूदा समय में कड़ी कोरोना पाबंदियां इस महामारी से बचने का कोई उचित समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को केवल सावधानियों से रोका जा सकता है और प्रदेश सरकार भी इसी तर्ज पर आगे बढ़ेगी ताकि प्रदेश का विकास बाधित न हो। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश में कोरोना के मामलों में तेज वृद्धि पर चिंता जताई। सैजल ने कहा कि प्रदेश में हर रोज 3 हजार से अधिक कोरोना मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि अभी तक अधिकतर कोरोना रोगी घर पर ही ठीक हो रहे हैं और तीसरी लहर में मरीजों में गम्भीर लक्षण नहीं हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस समय प्रदेश में केवल 1.6-7 प्रतिशत लोगों को ही अस्पतालों में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में फरवरी के मध्य तक कोरोना की तीसरी लहर चरम (पीक) पर होगी। राजीव सैजल ने ये भी कहा कि सरकार पूरी तरह से सतर्क है और कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार भी है।
कोरोना महामारी में पांच गुणा वृद्धि
हिमाचल प्रदेश में बीते 10 दिनों के दौरान कोरोना महामारी के सक्रिय मामलों की संख्या में 5 गुना वृद्धि दर्ज की गई है और राज्य में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 14,918 हो गई है। एक सरकारी प्रवक्ता ने आज शिमला में कहा कि कोरोना मामलों में वृद्धि के साथ ही इन 10 दिनों के दौरान अस्पतालों में दाखिल होने वाले मरीजों की संख्या भी 5 गुना बढ़ गई है। प्रवक्ता ने कहा कि अस्पतालों में भर्ती 249 मरीजों में से 132 को ही अभी ऑक्सीजन की जरूरत है। प्रवक्ता ने लोगों से अपील की है कि वे घबराए नहीं और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करें। प्रवक्ता ने लोगों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने, बार-बार हाथ धोने और टीकाकरण के बावजूद सैनेटाईजर का लगातार उपयोग करने की भी अपील की है।