हिमाचल प्रदेश विधानसभा में फिर गूंजेगा प्राकृतिक आपदा का मुद्दा
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का सत्र दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को फिर से शुरू होगा। सदन की कार्यवाही दोपहर बाद 2 बजे से शुरू होगी। मानसून सत्र के अंतिम सप्ताह में सदन में फिर से प्राकृतिक आपदा का मुद्दा गूंजेगा। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू बिहार में राहुल गांधी की वोट चोर यात्रा में हिस्सा लेने के बाद आपदा प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का जायजा लेकर लौटे हैं। इसके अलावा राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी व लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी प्रभावित इलाकों में हैं। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री व विपक्षी भाजपा के विधायक जनक राज सहित कई अन्य विधायक प्रभावित क्षेत्रों में गए हैं। प्रदेश में बीते दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने चंबा, कुल्लू मंडी सहित कई जिलों में भारी तबाही मचाई है। ऐसे में मुख्यमंत्री राहत और बचाव कार्यों पर सदन को जानकारी दे सकते हैं।
प्रदेश में जारी प्राकृतिक आपदा को लेकर इस बार सदन की अधिकांश चर्चा इसी विषय पर केंद्रित रही है। विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्रों की स्थिति को सदन में उठाया है और सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सदन में दो महत्वपूर्ण विधेयक हिमाचल प्रदेश लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) विधेयक 2025 और हिमाचल प्रदेश (सड़क द्वारा कतिपय माल के वाहन पर) कराधान संशोधन विधेयक 2025 प्रस्तुत करेंगे। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी रजिस्ट्रीकरण (हिमाचल प्रदेश संशोधन) विधेयक 2025 और हिमाचल प्रदेश लोक उपयोगिताओं के परिवर्तन का प्रतिषेध विधेयक 2025 को पेश करेंगे। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह की ओर से हिमाचल प्रदेश पंचायती राज (संशोधन) विधेयक, 2025 भी सदन में लाया जाएगा।