ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 4 जनवरी
हिमालय क्षेत्र में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट बदल ली है। राज्य की ऊंची चोटियों पर बीती रात से ही रुक-रुक कर हिमपात का सिलसिला जारी है जबकि राज्य के निचले क्षेत्रों में आज सुबह से रुक-रुक कर हल्की वर्षा हो रही है। प्रदेश में मौसम में आए इस बदलाव से शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। खासकर जनजातीय और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। केलंग आज प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान -4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में हो रही वर्षा और बर्फबारी कृषि तथा बागवानी के लिए काफी बेहतर मानी जा रही है। ताजा वर्षा के बाद राज्य में कृषि और बागवानी गतिविधियों में तेजी आने की भी संभावना है।
इस बीच मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेन्द्र पॉल ने मंगलवार राज्य के अलग-अलग स्थानों पर वर्षा और बर्फबारी की संभावना जताई है। विभाग के अनुसार राज्य के कुछ स्थानों पर अंधड़ चलने, ओलावृष्टि और आसमानी बिजली गिरने का येलो अलर्ट भी जारी किया है। विभाग ने 5 व 6 जनवरी को राज्य के मध्यम व अधिक ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा का येलो अलर्ट भी जारी किया है।
प्रदेश की राजधानी व पर्यटन नगरी शिमला में आज सुबह से ही रुक-रुक कर वर्षा का क्रम जारी है। शहर के जाखू और ढिंगू मंदिर क्षेत्र में आज सुबह कुछ देर के लिए बर्फ की बौछारें भी पड़ी। शिमला के साथ सटे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कुफरी, फागू और नारकंडा में आज सुबह से रुक-रुक कर हल्की बर्फबारी हो रही है। शहर में हो रही ताजा वर्षा से शिमला में इस मौसम की पहली बर्फबारी की उम्मीद बढ़ गई है।
लाहौल स्पीति में हो रही ताजा बर्फबारी से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिले के सिसु और अटल टनल रोहतांग के दोनों किनारों पर अभी तक आधा फुट से अधिक हिमपात हो चुका है जबकि उदयपुर में 5 इंच और केलंग में 4 इंच ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है। लाहौल घाटी में हो रही ताजा बर्फबारी के चलते परिवहन सेवाएं बंद हो गई हैं और सोलंगनाला से लाहौल घाटी की ओर पर्यटक वाहनों की आवाजाही को बर्फबारी के मद्देनजर पूरी तरह बंद कर दिया गया है। हालांकि घाटी के किसान और बागवान ताजा बर्फबारी से काफी उत्साहित हैं और उन्हें अच्छी फसल की उम्मीद बढ़ गई है। प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मनाली में आज दोपहर बाद से बर्फबारी का सिलसिला जारी है।
वर्षा फसलों के लिए संजीवनी
जिले के किसानों का कहना है कि ताजा वर्षा फसलों के लिए संजीवनी के समान है। कृषि वैज्ञानिक भी इस वर्षा को रबी की फसलों के लिए संजीवनी मान रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि इस बारिश से गेहूं की फसल में रोगों की संभावना 90 फीसदी तक कम हो जाएगी।