पंचायत प्रतिनिधियों के इस्तीफे के बाद हरकत में आया विभाग
ज्ञान ठाकुर/ हप्र
शिमला, 15 जुलाई
शराब बेचकर अपनी तिजोरी भरने में जुटी हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार को शिमला जिला के बसंतपुर पंचायत की चेबड़ी पंचायत के लोगों ने जबर्दस्त झटका दिया है। चेबड़ी पंचायत के पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा विरोध के बाद एक साथ अपने-अपने पदों से इस्तीफे के बाद प्रदेश सरकार जाग उठी है। सुक्खू सरकार में ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने मंगलवार को शिमला में घोषणा की कि चेबड़ी पंचायत में शराब का ठेका नहीं खुलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जन भावनाओं की कद्र करती है और जन भावनाओं के खिलाफ कोई काम नहीं करेगी।
अनिरुद्ध सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चेबड़ी पंचायत के खैरा गांव में शराब ठेका खोले जाने के विरोध में पंचायत प्रतिनिधियों ने सामूहिक इस्तीफे दे दिए थे। मामला संज्ञान में आते ही उन्होंने एक्साइज विभाग के कमिश्नर से बातचीत की और तत्काल ठेका बंद करने के निर्देश दिए। हालांकि मंत्री ने स्पष्ट किया कि शराब ठेके खोलने का मामला पंचायती राज विभाग के अधीन नहीं आता है और इसके लिए ग्राम पंचायत की कोई अनुमति एनओसी भी नहीं ली जाती। बावजूद इसके, जनभावनाओं का सम्मान करते हुए तत्काल कार्रवाई की गई है और पंचायत क्षेत्र में अब शराब का ठेका नहीं खोला जाएगा। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की इस पहल से पंचायत में शराब विरोधी मुहिम को बल मिला है। अब देखना होगा कि सरकार इस दिशा में और क्या कदम उठाती है।