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सुक्खू ने निर्माणाधीन ढली-शोघी फोर लेन परियोजना का किया निरीक्षण

शिमला, 8 जुलाई (हप्र) मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला जिले में निर्माणाधीन 27 किलोमीटर लंबे शोघी-ढली फोरलेन परियोजना के विभिन्न संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने भट्टाकुफर, संजौली, ढली, लिंडीधार और आसपास के क्षेत्रों का दौरा कर...
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शिमला, 8 जुलाई (हप्र)

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला जिले में निर्माणाधीन 27 किलोमीटर लंबे शोघी-ढली फोरलेन परियोजना के विभिन्न संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने भट्टाकुफर, संजौली, ढली, लिंडीधार और आसपास के क्षेत्रों का दौरा कर स्थानीय निवासियों की समस्याएं सुनीं। स्थानीय लोगों ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एनएचएआई द्वारा पहाड़ों के अत्यधिक कटान को लेकर चिंता जताई जिससे क्षेत्र में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ी हैं। कई मकान असुरक्षित हो गए हैं और लोग अपनी संपत्तियों से बेदखल हो गए हैं। चलौंठी निवासी संजय शर्मा ने बताया कि पहले वह मकान किराए पर देता था लेकिन अब खुद किरायेदार बन गया है।

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लिंडीधार के एक अन्य निवासी ने बताया कि एनएचएआई अधिकारी जनता की शिकायतें नहीं सुनते जिससे लोगों में आक्रोश है। मुख्यमंत्री ने इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए और प्रभावितों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोग वर्षों की मेहनत से घर बनाते हैं और जब वे घर गिरते हैं तो यह केवल आर्थिक नहीं बल्कि भावनात्मक क्षति भी होती है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को जल्द ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष उठाया जाएगा। मुुख्यमंत्री ने घोषणा की कि असुरक्षित भवनों में रहने वाले परिवारों को 10 हजार रुपए प्रति माह मकान किराया सहायता दी जाएगी। इसके अलावा आपदा में प्रभावित परिवारों को विशेष राहत पैकेज भी प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्थानीय ठेकेदारों को प्राथमिकता देने की वकालत करते हुए एनएचएआई से आधुनिक तकनीक अपनाने और सुरंग आधारित समाधान तलाशने को भी कहा।

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