शिक्षण संस्थानों के स्टॉल पर रोज़गारपरक पाठ्यक्रमों की जानकारी जुटाते दिखे छात्र
रविन्द्र वासन/ निस
मटौर (कांगड़ा), 1 जून
अरनी विश्वविद्यालय द्वारा संचालित और आकाशवाणी द्वारा सह-प्रायोजित दो दिवसीय ‘द ट्रिब्यून एजुकेशन एक्सपो हिमाचल प्रदेश-2025’ रविवार को संपन्न हुआ। दूसरे दिन ग्रीन फील्ड स्कूल, नगरोटा बगवां, कांगड़ा इंटरनेशनल स्कूल, शाहपुर, डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मणई (कांगड़ा), शिवालिक इंटरनेशनल स्कूल, ज्वालामुखी और कई अन्य स्कूलों के सैकड़ों विद्यार्थी शिक्षा एक्सपो में उमड़े। कई विद्यार्थियों के अभिभावक भी उनके साथ थे। डॉ. भारत डीन, सूचना एवं जनसंपर्क और प्रोफेसर यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ ने कक्षा-10, 11 और 12 की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले सभी विद्यार्थियों को प्रशंसा पत्र और उपहार प्रदान किए। इस दौरान लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी पंजाब के चैनल सेल्स के एजीएम सचिन शर्मा ने द ट्रिब्यून को एक्सपो के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। रजनी ठाकुर जिनके बेटे को एक्सपो में सम्मानित किया गया उन्होंने कहा, कि द ट्रिब्यून इस आयोजन में 85 प्रतिशत और उससे अधिक अंक लाने वाले छात्रों को सम्मानित कर रहा है। यह बच्चे के आत्मविश्वास को बढ़ाने का काम करेगा।
डॉ. भारत ने लॉ की पढ़ाई पर डाला प्रकाश
डॉ. भारत ने कानून की पढ़ाई के विभिन्न पहलुओं और इसके भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि छात्र 12वीं के बाद कानून में 5 वर्षीय एकीकृत डिग्री कार्यक्रम कर सकते हैं। लेकिन, किसी भी स्थिति में, यदि कोई इस 5 वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम में प्रवेश पाने में विफल रहता है, तो चिंता की कोई बात नहीं है। 12वीं पास करने वाले कोई भी डिग्री ले सकते हैं, चाहे वो बीए (आर्ट्स), बीएससी, बीटेक या बीई हो और फिर इसे पूरा करने के बाद वे कानून में प्रवेश ले सकते हैं। कानून की ये दोनों डिग्रियां एक जैसी हैं। उन्होंने कहा कि अंतर केवल इतना है कि स्नातक के बाद प्राप्त कानून की डिग्री 6 साल में पूरी होती है, जबकि 12वीं के बाद एकीकृत डिग्री पूरी होने में 5 साल लगते हैं। उन्होंने कहा कि कानून सबसे अधिक मांग वाला पाठ्यक्रम है, जिसमें कई नौकरी के विकल्प हैं, व्यक्तिगत अभ्यास भी है। उन्होंने कहा कि कोई भी स्वतंत्र रूप से कानून का अभ्यास कर सकता है, न्यायाधीश बन सकता है, बैंकों, बीमा कंपनियों में नौकरी पा सकता है।
सही गुरु के जरिये चुनें करियर : आदि गर्ग
आदि गर्ग मनोवैज्ञानिक और करियर सलाहकार ने सही गुरु के माध्यम से सही करियर चुनने पर ध्यान केंद्रित किया। किसी को सही समय या उम्र में ही यह तय कर लेना चाहिए कि उसे कौन सा करियर चुनना है। उन्होंने विजिटिंग स्टूडेंट्स से कहा, ‘करियर चुनने के मामले में आपका दिमाग साफ होना चाहिए और उसी के अनुसार सही शैक्षणिक कोर्स में एडमिशन लेना चाहिए।’ उन्होंने स्टूडेंट्स से करियर चुनते समय मानसिक तनाव को संभालने के लिए भी कहा।
ऐसी रही प्रतिक्रियाएं
शैक्षणिक संस्थानों द्वारा लगाए गए कई स्टॉलों में से, शूलिनी विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ. नितिका ठाकुर ने कहा, ‘हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। बच्चों ने हमारे विश्वविद्यालय में उपलब्ध बीबीए, बीटेक और एमबीए पाठ्यक्रमों में रुचि दिखाई है।’
डीएवी विश्वविद्यालय, जालंधर के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रोफेसर डॉ. लखमीर सिंह ने कहा कि एजुकेशन एक्सपो के मंच ने छात्रों और उनके अभिभावकों के साथ सीधी बातचीत का अवसर प्रदान किया है, जो विभिन्न रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों के बारे में जानने के इच्छुक थे। उन्होंने कहा, ‘हमारा विश्वविद्यालय देश भर में 900 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों वाला एक अग्रणी विश्वविद्यालय है। हमने उद्योग की मांग पर कई नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं, जिन्होंने छात्रों को आकर्षित किया है।’ आईसीएफएआई यूनिवर्सिटी की सहायक शाखा प्रबंधक शिवानी ने कहा कि दो दिनों में सैकड़ों छात्र उनके स्टॉल पर आए हैं और उनके द्वारा पेश किए जा रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी प्राप्त की है। उन्होंने कहा, ‘छात्रों ने उद्योग की मांग के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित पाठ्यक्रम, प्रबंधन, आईटी से संबंधित पाठ्यक्रमों में रुचि दिखाई है।’
एनएमआईएमएस डीम्ड यूनिवर्सिटी के मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव शौर्य पाठक ने कहा कि ‘ हमारे पास अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं हैं और पाठ्यक्रम उद्योग के रुझानों के अनुरूप हैं। प्रयोगात्मक शिक्षा पर हमारा ध्यान छात्रों को आज के नौकरी बाजारों में सफल होने में मदद करता है’।
एचआईईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, शाहपुर के सहायक प्रोफेसर अभिषेक कुमार ने कहा कि वे कानून में 5 वर्षीय एकीकृत डिग्री कार्यक्रम, विभिन्न विषयों में बीटेक डिग्री, पशु चिकित्सा/फार्मेसी पाठ्यक्रम, बीसीए, बीबीए, एमएससी (भौतिकी, रसायन विज्ञान) और कई अन्य पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। इस मंच पर कई छात्रों ने हमारे संस्थान में प्रवेश के बारे में पूछताछ की है, जो उनके लिए अच्छी बात है।