शिमला, 12 अक्तूबर (निस)
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने रोहतांग अटल टनल से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की शिलान्यास पट्टिका गायब होने का कड़ा संज्ञान लेते हुए इसकी एक शिकायत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को भेजी है। अपनी शिकायत में राठौर ने सरकार को इस पूरे मामले की जांच 15 दिन के भीतर करने व उस शिलान्यास पट्टिका को पुनर्स्थापित करने को कहा है। उन्होंने कहा कि अगर यह तय सीमा के अंदर नहीं हुआ तो कांग्रेस इसके खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ेगी। राठौर ने इसे लोकतंत्र का अपमान करार देते हुए कहा कि इसके खिलाफ कांग्रेस ने पुलिस में एक एफआईआर दर्ज करवाने का निर्णय भी लिया है।
शिमला में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कुलदीप राठौर ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह लोकतंत्र की मर्यादाओं से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि 28 जून, 2010 को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तत्कालीन इस्पात मंत्री वीरभद्र सिंह व प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की उपस्थिति में इस टनल की आधारशिला रखी थी। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर बड़ी हैरानी हुई कि सोनिया गांधी के नाम की वह पट्टिका वहां से गायब है। उन्होंने कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और पुलिस की है।
किसान बचाओ आंदोलन को बताया सफल : राठौर ने कांग्रेस के किसान बचाओ आंदोलन को सफल करार देते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है,और नये कृषि कानून का विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 1965 में एपीएमसी एक्ट लाकर किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य देने का जो प्रावधान किया था लेकिन नये कानून में उसे खत्म कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्दबाजी में लोकसभा में पहले अध्यादेश लाई, फिर राज्यसभा में बगैर चर्चा के इसे पारित कर दिया और राष्ट्रपति ने रातोंरात इस कानून पर हस्ताक्षर भी कर दिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस कानून से देश का किसान अपनी फसल को पहले ठेके पर उगायेगा, बाद में उसे ठेकेदारों को उनकी इच्छानुसार बेचने पर मजबूर होगा। किसान ठेकेदार का गुलाम बनेगा। देश मे जमा खोरी बढ़ेगी और बड़े उद्योगपतियों का बोल बाला होगा। इस कानून से अब देश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली भी खत्म हो जाएगी क्योंकि पूरी बाजार व्यवस्था पूंजीपतियों के पास जा रही है।