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सोशल मीडिया ने बिगाड़ा हिमाचल में पर्यटन उद्योग का जायका

शिमला, 12 जुलाई (हप्र) हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं के बीच भारी वर्षा के अलर्ट की अफवाह होने प्रदेश के पर्यटन उद्योग का जायका बिगाड़ दिया है। हालत यह है कि सोशल मीडिया पर हिमाचल में भारी से बहुत भारी...
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शिमला, 12 जुलाई (हप्र)

हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं के बीच भारी वर्षा के अलर्ट की अफवाह होने प्रदेश के पर्यटन उद्योग का जायका बिगाड़ दिया है। हालत यह है कि सोशल मीडिया पर हिमाचल में भारी से बहुत भारी वर्षा के बार-बार के अलर्ट के चलते पर्यटक हिमाचल आने से परहेज कर रहे हैं। इस बात का अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया पर फैले मौसम संबंधी इन अलर्ट के कारण हिमाचल में पर्यटकों ने 80 फ़ीसदी तक अपनी बुकिंग रद्द कर दी है। इस कारण प्रदेश के पर्यटन उद्योव को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

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हिमाचल प्रदेश में पर्यटन नगरी शिमला सहित कुल्लू-मनाली, धर्मशाला, डलहौजी और अन्य पर्यटन स्थल पूरी तरह से खुले हैं। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के होटलों के साथ-साथ निजी क्षेत्र में होटलियर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पर्यटन विकास निगम के होटलों में आक्यूपेंसी घटकर 20 प्रतिशत तक रह गई है जबकि निजी क्षेत्र के होटल भी पर्यटकों के आने का इंतजार कर रहे हैं। पिछले साल जुलाई महीने में हिमाचल में होटलों की ऑक्यूपेंसी 30 फीसदी तक थी।

शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा का कहना है कि शिमला पूरी तरह सुरक्षित है। पिछले दस दिनों के दौरान राजधानी में सामान्य वर्षा हुई। चंडीगढ़ से शिमला आने वाला फाेरलेन पूरी तरह से खुला है। लेकिन सोशल मीडिया पर गैर जिम्मेदाराना तरीके से वर्षा का अलर्ट दिखाए जाने के कारण पर्यटकों को भ्रमित किया जा रहा है। अलर्ट की अफवाहों ने पर्यटन को भारी नुकसान पहुंचाया है।

जुलाई के पहले सप्ताह में घटे पर्यटक

हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक राजीव कुमार का कहना है कि जुलाई के पहले सप्ताह में पर्यटकों की संख्या में कमी आई है। जोकि पिछले वर्ष की तुलना में करीब 10 प्रतिशत कम है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए मानसून छूट दिए जाने पर भी पर्यटक आने को तैयार नहीं है। निगम प्रबंधन की ओर से छूट 20 से 40 प्रतिशत तक दिए जाने का आफर है।

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