शिमला, 30 अगस्त (निस)
हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय जहां जनजातीय जिले लाहौल स्पिति में स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न पाठ्यक्रम आरंभ करेगा वहीं हमीरपुर में तकनीकी विश्वविद्यालय में विद्यार्थी अब कंप्यूटर साइंस में बीटेक की पढ़ाई भी कर सकेंगे। यही नहीं विश्वविद्यालय के बोर्ड ऑफ गवर्नर ने इसका नाम बदलने की भी मंजूरी दे दी है और मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने के बाद तकनीकी विश्वविद्यालय का नाम बदलकर कौशल विकास विश्वविद्यालय कर दिया जाएगा। यह बात तकनीकी शिक्षा व जनजातीय विकास मंत्री रामलाल मार्कंडा ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि जल्द ही विश्वविद्यालय का नाम बदलने का मामला मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि तकनीकी विश्वविद्यालय ने अगले वर्ष अपने परिसर में बीटेक कंप्यूटर साइंस, शैक्षणिक स्टाफ विकास सेंटर, कौशल विकास केंद्र, ऊष्मायन केंद्र, विश्वविद्यालय परिसर में पीएचडी शुरू करना, तकनीकी विश्वविद्यालय के छात्रों के छात्रावास, जनजातीय छात्रों के लिए अलग छात्रावास, तकनीकी विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों के लिए आवास, विश्वविद्यालय के गैर शिक्षक वर्ग के आवास,सामुदायिक रेडियो, रिसर्च हब, बीबीए, एमबीए, कुलपति आवास, शैक्षणिक ब्लॉक फेज-2 का निर्माण, गेस्ट हाउस का निर्माण करने की योजना बनाई है।
जनजातीय क्षेत्र में ऑफ कैंपस की शुरुआत
उन्होंने कहा कि तकनीकी विश्वविद्यालय ने पहली बार जनजातीय क्षेत्र में ऑफ कैंपस की शुरूआत की है। इसी शैक्षणिक सत्र से ऑफ कैंपस में बीटेक कंप्यूटर सांइस और एमबीए (टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी मैनेजमेंट) के विषय शुरू किए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने अंतिम सत्र एवं टर्मिनल परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है। 4 सितंबर से प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर अंतिम सत्र एवं टर्मिनल परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।