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बद्दी में संघ का शताब्दी पथ संचलन, एकता, अनुशासन और राष्ट्रभाव का किया प्रदर्शन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सौ वर्ष पूर्ण होने और दूसरी शताब्दी में प्रवेश के उपलक्ष्य में रविवार को बददी नगर में विशाल पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहर देशभक्ति और अनुशासन की भावना से सराबोर नजर...
बद्दी में शताब्दी वर्ष पर पथ संचलन करते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक। -निस
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सौ वर्ष पूर्ण होने और दूसरी शताब्दी में प्रवेश के उपलक्ष्य में रविवार को बददी नगर में विशाल पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहर देशभक्ति और अनुशासन की भावना से सराबोर नजर आया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय सेना से सेवानिवृत कैप्टन डॉ. राजेंद्र शर्मा और मुख्य वक्ता के रूप में प्रांत विद्यार्थी कार्य प्रमुख डॉ. संजीव कुमार शामिल हुए।

सुबह 10 बजे सिटी स्क्वेयर मॉल से आरंभ हुआ यह पथ संचलन बसंती बाग, फेस-3, साई रोड और बिलांवाली गांव से होते हुए लेबर चौक के पास सभा स्थल पर संपन्न हुआ। संचलन में सैकड़ों स्वयंसेवकों ने कदम से कदम मिलाते हुए अनुशासन, संगठन और राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया।

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कैप्टन शर्मा ने कहा कि संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि ऐसी विचारधारा है जो व्यक्ति में चरित्र, समाज में समरसता और राष्ट्र में एकता का संचार करती है। मुख्य वक्ता डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि 1925 में नागपुर से प्रारंभ हुआ संघ आज विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है।

जिला संघचालक महेश कौशल ने कहा कि शताब्दी वर्ष केवल उत्सव नहीं, बल्कि आत्ममंथन और नव निर्माण का पर्व है। उन्होंने कहा कि संघ की साधना समूचे समाज के कल्याण के लिए समर्पित है।

 

 

 

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