शिमला, 19 अप्रैल (हप्र)
लोकसभा चुनाव में देश की हॉट सीटों में से एक हिमाचल की मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह ने आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत और प्रांत संचालक से सनातन धर्म को बचाने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। उन्होंने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता में भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत पर परोक्ष हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने ऐसे प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा है, जिससे देव परंपरा खतरे में आ गई है। भाजपा प्रत्याशी ने ऐसे खानपान को बढ़ावा दिया है जिसके बारे में देवभूमि के लोग सोच भी नहीं सकते।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सनातन धर्म खतरे में आ गया है। इस पूरे मामले में भाजपा ने तो अपने मुंह पर टेप लगा ली है। लिहाजा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक को हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो खानपान हिंदू की सोच से भी दूर है, भाजपा ने ऐसी सोच को बढ़ावा देने वाली प्रत्याशी को मंडी से उतारा है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि अन्य लोगों की नजर में भले ही मंडी सीट हॉट सीट हो लेकिन उनके लिए ऐसा नहीं है। प्रदेश की चारों सीटों को वह एक समान देखते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा में मुख्यमंत्री रहते हुए कहा था कि अगर कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना चाहिए तो उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए। मगर अब मजबूरी में इसका समर्थन कर रहे हैं।
बहरहाल लोकसभा की राजनीतिक पिच पर पहली बार उम्मीदवार बने विक्रमादित्य सिंह अनुभवी बल्लेबाज की तरह बैटिंग करने लगे हैं। परोक्ष तौर पर भाजपा प्रत्याशी पर बोले गए उनके हमले से मंडी संसदीय सीट पर सियासी पारा चढ़ने की उम्मीद है क्योंकि विक्रमादित्य सिंह ने अब सनातन के मुद्दे पर गेंद आरएसएस के पाले में डाल दी है। बता दें कि प्रदेश की सियासत में बीफ पर दिया कंगना का बयान मुद्दा बन गया है।
कंगना ने 8 साल पहले बीफ पर एक ट्वीट किया था, जिसे लेकर विपक्षी हमलावर हैं लेकिन कंगना ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि उनकी छवि बिगाड़ने के प्रयास हो रहे हैं।