हिमाचल में जारी रहेगी सहारा योजना, नियमों में होगा संशोधन : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि उनकी सरकार पूर्व की भाजपा सरकार के समय शुरू की गई सहारा योजना को बंद नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यह योजना जारी रहेगी, लेकिन इसके नियमों में संशोधन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके तहत पात्र व्यक्तियों को एसडीएम के कहने पर सीएमओ प्रमाणपत्र जारी किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद से इस योजना पर 140 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। वे सोमवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक सतपाल सिंह सत्ती और रणधीर शर्मा के संयुक्त सवाल के जवाब के दौरान हस्तक्षेप करते हुए बोल रहे थे। इससे पहले, मूल सवाल का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनी राम शांडिल ने कहा कि प्रदेश में 33181 पात्र व्यक्तियों को इस योजना के तहत पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के 1100 मामले लंबित हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी को जल्द पेंशन जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में फरवरी 2025 तक 34 हजार 292 लाभार्थी इस योजना से पंजीकृत हैं व 13 हजार 895 लाभार्थी जिनके द्वारा आवश्यक दस्तावेज जमा किए गए हैं, उन सभी को सहायता राशि प्रदान की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सहारा योजना के तहत तीन हजार रुपए प्रति माह दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई पात्र लोगों के दस्तावेज पूरे नहीं है और इस कारण उन्हें पैसे नहीं मिल पा रहे हैं और जैसे ही सभी दस्तावेज पूरे होते हैं, उन्हें पैसा जारी हो जाता है। इससे पूर्व, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार के समय इस योजना को शुरू करने के पीछे भाव यह था कि जो चल फिर नहीं सकते हैं, उनके लिए कुछ किया जाए, क्योंकि वे लोग पूरी तरह से दूसरों पर आश्रित हैं। उन्होंने कहा कि सहारा योजना के तहत 1100 के करीब मामले लंबित हैं।