Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

विधानसभा में हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट

आउटसोर्स कर्मचारियों को विपक्ष का साथ

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू मानसून सत्र के लिये विधानसभा जाते हुए। -ललित
Advertisement

शिमला, 22 सितंबर (हप्र)

हिमाचल प्रदेश के आउटसोर्स कर्मचारियों को विपक्ष का साथ मिल गया है। प्रदेश की सुक्खू सरकार द्वारा इन कर्मचारियों की नौकरी से छुट्टी किये जाने के मुद्दे पर आज विधानसभा में विपक्षी दल भाजपा ने जोरदार हंगामा किया और फिर सदन से वाकआउट भी किया। विपक्ष ने ये वाकआउट आउटसोर्स कर्मचारियों के मुद्दे पर नियम 67 के तहत काम रोको प्रस्ताव को अनुमति नहीं दिए जाने के विरोध में किया। सदन में ये मुद्दा भाजपा के रणधीर शर्मा ने सदन की कार्यवाही आरम्भ होते ही प्वाइंट ऑफ आर्डर के माध्यम से उठाया। इस मुद्दे पर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच काफी देर तक जोरदार नोक झोंक हुई।भाजपा ने इस मसले पर चर्चा के लिए नियम-67 के तहत काम रोको प्रस्ताव का नोटिस विधानसभा अध्यक्ष को दिया था।

Advertisement

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने काम रोको प्रस्ताव का मामला उठाया और कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त आउटसोर्स कर्मचारियों की नौकरी का उल्लेख करते हुए इस पर तुरंत चर्चा की मांग की। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इसे यह कहते हुए निरस्त कर दिया कि इस विषय पर विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में प्रदेश सरकार की ओर से पहले ही सूचना आ चुकी है। इसके अलावा नियम-130 और नियम-63 में भी विधायकों की तरफ से चर्चा के लिए प्रस्ताव लगे हैं। ऐसे में सदन के नियमों के अनुसार स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करवाने का कोई औचित्य नहीं है। इससे विपक्षी सदस्य नाराज हो गए और उन्होंनेे नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट कर दिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्ष के वाकआउट की आलोचना की और कहा कि सुर्खियों में रहने के लिए विपक्ष ने वाकआउट किया है और विपक्ष सदन में गंभीर नजर नहीं आ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों की नौकरी को लेकर विपक्ष झूठ बोल रहा है। कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में सेवारत कर्मचारियों को छह महीने से वेतन नहीं मिलने के विपक्ष के आरोप तथ्यों से परे हैं।

Advertisement

छह महीने से नहीं मिला वेतन

इससे पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि 10 हजार के करीब आउटसोर्स कर्मचारी सड़कों पर है। दो हजार आउटसोर्स कर्मचारी तो अकेले स्वास्थ्य विभाग से हटाए गए। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कोरोना काल में अपनी जिंदगी को जोखिम में डालकर काम किया, उन्हें बाहर किया जा रहा है। कोरोना काल में जब स्वजन भी अपनों से मिलना नहीं चाह रहे थे, तब इन्होंने लोगों की सेवा की। अब वर्तमान सरकार इनके साथ अन्याय कर रही है। इन कर्मचारियों को छह महीने से वेतन नहीं मिला है।

Advertisement
×