शिमला, 14 मार्च (निस)
श्री आनंदपुर साहिब से श्री नैना देवी जी के लिए प्रस्तावित रोपवे जल्द ही हकीकत बनेगा। प्रदेश सरकार ने इस रोपवे को मूर्त रूप देने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक रामलाल ठाकुर के सवाल के जवाब में कहा कि श्री आनंदपुर साहिब से श्री नैना देवी जी शक्तिपीठ के लिए रोप वे स्थापित किए जाने की कार्रवाई जारी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पंजाब सरकार और हिमाचल सरकार के बीच वर्ष 2018 में एमओयू साइन हुआ था। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए तीन अप्रैल 2019 को एक ज्वाइंट वेंचर स्पैशल पर्पज व्हीकल कंपनी गठित की गई थी। इस कंपनी में चेयरमैन पर्यटन विभाग पंजाब के तथा एमडी हिमाचल सरकार के प्रशासनिक सचिव नामित किए गए। उन्होंने कहा कि इस कंपनी में हिमाचल और पंजाब के चार-चार सदस्य भी बीओडी में नामित किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चार जनवरी 2022 को हुई निदेशक मंडल की बैठक में निर्णय लिया गया कि पुराने तकनीकी सलाहकार के स्थान पर किसी नए तकनीकी सलाहकार की नियुक्ति की जाए। इस उद्देश्य से नए तकनीकी सलाहकार की नियुक्ति हिमाचल प्रदेश अधोसंरचना विकास बोर्ड के माध्यम से करवाने के लिए मामला उठाया गया है। उन्होंने कहा कि नया सलाहकार नियुक्त कर सरकार रोप वे के लिए इच्छुक कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा, ताकि टेंडर आवंटन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि 3.8 किलोमीटर लंबा यह रोपवे धार्मिक पर्यटन के लिहाज से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। विधायक अरूण कुमार के सवाल पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में 143 पुलिस चौकियां हैं, जिनमें से 112 स्थाई और 31 अस्थाई पुलिस चौकी हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल सरकार अस्थाई पुलिस चौकियों को स्थाई पुलिस चौकियों में तब्दील करने का इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रासंगिकता और आवश्यकता के अनुसार पुलिस चौकी खोली जाती है।
राष्ट्रीय एंबुलेंस सेवा के कर्मियों को मिलेगी नई कंपनी में नौकरी
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने विधायक राकेश सिंघा के एक सवाल के जवाब में कहा कि जीवीके कंपनी के पे रोल पर नियुक्त सभी कर्मियों को राष्ट्रीय एंबुलेंस सेवा का कार्य देखने वाली नई कंपनी में नियुक्तियां दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सरकार और कंपनी के बीच समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर करने के समय सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि 108 और 102 एंबुलेंस सेवा में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि इन्हें वेतन केंद्र सरकार देती है। इसके बावजूद प्रदेश सरकार ने इन कर्मचारियों के वेतन को 12 हजार रुपए से बढ़ाकर 15 हजार रुपए किया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के वेतन का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है और अदालत से फैसला आने पर उसका अक्षरशः पालन किया जाएगा।
सदन में गूंजा दूसरी बार उद्घाटन व शिलान्यास का मामला
हिमाचल विधानसभा में आज राज्य में विभिन्न स्थानों पर दूसरी बार होने वाले उद्घाटन व शिलान्यासों का मामला गूंजा। कांग्रेस विधायक कर्नल धनीराम शांडिल ने प्वाइंट आफ आर्डर के जरिए अपने चुनाव क्षेत्र में दूसरी बार उद्घाटन व शिलान्यास किए जाने का मामला उठाया और इसे गलत परंपरा करार दिया। उन्होंने कहा कि कई ऐसे छुटभैये नेता दूसरी बार उन विकास कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यास कर रहे हैं, जो पहले से ही हो चुके हैं। इससे खासकर धन की बर्बादी हो रही है तथा चुने हुए प्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंच रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस परंपरा को तुरंत रोकने की अपील की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मुद्दे पर कहा कि सरकार ध्यान रखेगी कि दूसरी बार भूमि पूजन भले ही हो, लेकिन उद्घाटन व शिलान्यास की पट्टिकाएं न लगे। उन्होंने कहा कि दोबारा भूमि पूजन की प्रथा पूर्व कांग्रेस सरकार ने ही आरंभ की है। उन्होंने पूर्व कांग्रेस सरकार के समय उनके ही चुनाव क्षेत्र में इस तरह के उद्घाटनों व शिलान्यासों का मामला भी उठाया।