मंडी,19 अप्रैल (निस)
पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में विकास की रफ्तार बढ़ाने का श्रेय केंद्र की भाजपा सरकार को ही जाता है जबकि इतने वर्षों तक कांग्रेस ने राज किया लेकिन प्रदेश विकास को हमेशा तरसता ही रहा। पूर्व में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार केंद्र में रही तो हिमाचल को विशेष आर्थिक पैकेज मिला और विकास कार्यों में कभी विराम नहीं लगा। इसके बाद यूपीए की दस वर्षों तक केंद्र में सरकार रही तो हिमाचल को छोटा राज्य बोलकर न केवल विकास में भेदभाव हुआ बल्कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बाबजूद यहां के प्रमुख नेताओं को दिल्ली में मिलने तक का समय नहीं दिया जाता था। तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह जी के साथ ऐसा कई बार हुआ है। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री जयराम टाकुर ने मंडी में एक जनसभी को संबोधिक करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद जब से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बने हैं उन्होंने हिमाचल को अपना घर बताकर विकास में कोई कमी नहीं आने दी। इन दस वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंद्रह बार हिमाचल आए और पिछले पांच वर्ष के कार्यालय में ही नौ बार उन्होंने सरकारी कार्यक्रमों में शिरकत की। आज हिमाचल में बात चाहे फोरलेन की हो या एम्स निर्माण की हो इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही जाता है। उन्होंने आजादी के आठ दशकों बाद स्पीति के उस हिस्से में भी मोबाइल की घंटी बजा दी है जहां इतने वर्षों तक केंद्र में राज करने वाली कांग्रेस संचार सेवा भी नहीं पहुंचा पाई थी। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को सराज, बल्ह और सदर मंडी में विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लिया।