शिमला, 24 फरवरी (निस)
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि ऊना के बाथड़ी औद्योगिक क्षेत्र में अवैध पटाखा फैक्टरी विस्फोट मामले के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आज विधानसभा में एक विशेष वक्तव्य के माध्यम से कहा कि सरकार ने इस मामले में मंडलायुक्त जांच के आदेश दे दिए हैं और मंडलायुक्त सात दिन के भीतर सरकार को मामले की विस्तृत रिपोर्ट सौंप देंगे। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को आश्वासन दिया कि सरकार इस मामले में कुछ भी गलत नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में बिना किसी अनुमति के प्रदेश की सीमा के भीतर आ जाना और अवैध पटाखा फैक्टरी चलना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में दोषियों की संपत्ति कुर्क करने की जरूरत पड़ी तो सरकार ऐसा कदम भी उठाएगी। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के पटाखा फैक्टरी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना में छह लोगों की दुखद मौत हुई है, जबकि 14 अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि मृतकों और घायलों के परिजनों को फौरी राहत के रूप में 5 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध करवाई गई है। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की मुआवजा राशि देने का भी ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रत्येक मृतक के परिजन को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि का ऐलान किया है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने इस मामले को दु:खद बताते हुए कहा कि यह बहुत संवेदनशील मामला है और इसकी गूंज प्रधानमंत्री कार्यालय तक गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से यह पता लगाने की मांग की कि यह अवैध कारखाना कैसे लगा। उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा कि ऊना में जो भी हुआ, गलत हुआ।
उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई की इसी सत्र के दौरान सदन को जानकारी दे दी जाएगी।