शिमला, 18 जनवरी (निस)
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए विभिन्न मामलों के अलावा उनके सुझावों पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि विभिन्न परियोजनाओं की डीपीआर समयबद्ध तरीके से बनाई जानी चाहिए। मुख्यमंत्री आज शिमला में बजट 2022-23 की विधायक प्राथमिकताओं को अन्तिम रूप देने के लिए कांगड़ा और किन्नौर जिलों के विधायकों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने बीते चार सालों के दौरान राज्य के हर क्षेत्र और समाज के हर वर्ग को कल्याणकारी और विकासात्मक योजनाओं का लाभ सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद सरकार ने प्रदेश में स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ करने पर विशेष ध्यान दिया है। बैठक में किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए पर्याप्त बजट का प्रावधान करने की मांग की। इंदौरा के विधायक रीता धीमान ने इंदौरा में तुरन्त नागरिक अस्पताल भवन का निर्माण करने की मांग की। फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया ने फतेहपुर में लघु सचिवालय भवन और महाविद्यालय भवन का कार्य शीघ्र शुरू करने की मांग की। ज्वाली से विधायक अर्जुन सिंह ने अपने चुनाव क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं पर विशेष जोर देने की मांग की जबकि देहरा से विधायक होशियार सिंह ने मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी कम से कम न्यूनतम दिहाड़ी के बराबर करने का सुझाव रखा। जय सिंह से विधायक रविन्द्र धीमान ने जय सिंह पुर में जलशक्ति मंडल की अधिसूचना शीघ्र जारी करने की मांग की। नगरोटा बगवां से विधायक अरूण कुमार ने उनके विधानसभा क्षेत्र में औद्योगिक विकास पर विशेष जोर देने की मांग की। कांगड़ा से विधायक पवन काजल ने बीते साल आई बाढ़ से कूहलों को हुए नुकसान को ठीक करने के लिए पर्याप्त धन राशि का मुद्दा उठाया। धर्मशाला से विधायक विशाल नैहरिया ने कहा कि केंद्र विश्वविद्यालय धर्मशाला को पारंपरिक रूप प्रदान करने के लिए इसके निर्माण में स्थानीय स्लेट का उपयोग किया जाना चाहिए। पालमपुर से विधायक आशीष बुटेल ने पालमपुर में बी.डी.ओ कार्यालय खोलने की मांग की।
बैजनाथ से विधायक मुल्खराज प्रेमी ने बीड़-बड़ागांव को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए सड़क निर्माण शीघ्र पूरा करने का मामला उठाया।
जयराम ठाकुर चिंतित, पर फिलहाल बंदिशें नहीं
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में बढ़ते कोरोना मामलो को लेकर सरकार चिंतित है और स्थिति पर नजर बनाये हुए है। मुख्यमंत्री ने आज शिमला में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोरोना से मरने वालों की बढ़ोतरी भी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण में वृद्धि के बावजूद फिलहाल प्रदेश में आने वालों पर पाबंदी लगाने का सरकार का कोई ईरादा नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अगले दो-तीन दिनों में कोरोना की स्थिति की फिर से समीक्षा करेगी और परिस्थितियों के अनुसार अगला निर्णय लिया जाएगा।