शिमला, 17 मई (निस)
हिमाचल प्रदेश में हुए बहुचर्चित पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा की जांच सीबीआई करेगी। इस मामले के तार देश के 10 राज्यों से जुड़े होने के चलते प्रदेश सरकार इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने को आज हरी झंडी दे दी। मामले की सीबीआई जांच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला में एक पत्रकार सम्मेलन में घोषणा की। इस मामले में अभी तक 73 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें दो अभिभावक भी शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों में 10 आरोपी बाहरी राज्यों के हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मामले की सीबीआई जांच आरंभ होने तक एसआईटी जांच जारी रहेगी। उन्होंने ये भी कहा कि इस मामले में एसआईटी ने एक मास्टरमाइंड आरोपी बहादुर सिंह को बनारस और एक अन्य अमन को बिहार से गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एसआईटी ने इस मामले में अब तक 73 गिरफ्तारियों की हैं। इनमें परीक्षा देने वाले 38 अभ्यर्थी भी हैं। अभ्यर्थियों को तकनीकी तौर पर गिरफ्तार किया गया है। दो अभ्यर्थियों के पिता को भी गिरफ्तार किया गया है। मामले में एसआईटी ने प्रदेश के बाहर के 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि पेपर लीक मामले में 8.49 लाख की नगदी जब्त की गई। इसके अलावा अभ्यर्थियों के 10 वीं व 12 वीं के कुछ सर्टिफिकेट, एक स्विफ्ट कार, 15 मोबाइल व लैपटॉप भी एसआईटी ने अपने कब्जे में लिए हैं।
साधारण सवाल के जवाब भी नहीं आए अभ्यार्थियों को
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेपर लीक मामले में जांच के दौरान परीक्षा में अच्छे अंक लेने वाले अभ्यर्थियों को रैंडम आधार पर चयनित कर उनसे प्रश्न पूछे। मगर हैरानी की बात यह है कि परीक्षा में 70 अंक लेने वाले अभ्यर्थियों को प्रदेश से जुड़े साधारण सवालों के जवाब भी नहीं आरहे थे। लिहाजा शंका गहरा गई। और सरकार ने परीक्षा को रद्द किया।