योगराज भाटिया/निस
बीबीएन, 9 मई
पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में कांग्रेस लगातार सरकार पर आक्रामक है। मंगलवार को बद्दी में दून कांग्रेस ने भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ियों और धर्मशाला के तपोवन स्थित विधानसभा परिसर के बाहर खालिस्तानी झंडे लगाने के मामले में सरकार को घेरा, सड़कों पर उतरकर प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोला व जमकर नारेबाजी की। दून कांग्रेस के पूर्व विधायक राम कुमार चौधरी के नेतृत्व में काफी संख्या में कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार बद्दी के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया और इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की साथ ही पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई या फिर हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाने की मांग की है।
इस मौके पर दून कांग्रेस ब्लाक के अध्यक्ष कुलतार मेहता, मदन चौधरी, पार्षद सुरजीत चौधरी, पार्षद मोहन चौधरी, पार्षद तरसेम चौधरी, अजय कुमार, मुस्ताक मोहम्मद, प्रदीप धीमान, वरुण कालिया, रमन कौशल, बिंदर, संजीव कुण्डलस, बल्ली व संजीव कौशल सहित अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मामले की सीबीआई से करवाई जाए जांच : चौधरी राम कुमार
पूर्व विधायक चौधरी राम कुमार के कहा कि जयराम सरकार हर मोर्चे में फैल हो गई है, यह पहला मौका नहीं है। जब भर्ती परीक्षा में घपला सामने आया हो, पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी है। जनविरोधी सरकार के कार्यकाल में भर्तियों में लगातार गड़बड़ियां हुई हैं। पटवारी, कंडक्टर और जेओए आईटी भर्ती में गड़बड़ियां उजागर होने के बाद अब पुलिस भर्ती में प्रश्नपत्र लीक होना सरकार की नाकामी है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की मिलीभगत से यह सब कुछ हो रहा है। पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती है, इसलिए मामले की जांच सीबीआई से की जाए।
नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे मुख्यमंत्री : चौधरी मदन लाल
वहीं भाजपा पर हमला बोलते हुए नगर परिषद बद्दी के पूर्व अध्यक्ष व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उप कोषाध्यक्ष चौधरी मदन लाल ने कहा कि धर्मशाला विधानसभा भवन के बाहर खालिस्तानी झंडे लगाने के मामले में सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में सुरक्षा व्यवस्था भी राम भरोसे है। चूंकि लोकतंत्र के मंदिर के बाहर इतनी बड़ी घटना हो जाए और सरकार के खुफिया तंत्र को इसकी भनक तक न लगे। । इसलिए नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।