हिमाचल विधानसभा में विपक्ष का रोजगार के मुद्दे पर हंगामा
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बुधवार को विपक्षी दल भाजपा ने रोजगार के मुद्दे पर पहले जोरदार हंगामा किया और फिर पूरा विपक्ष सदन से उठकर बाहर चला गया। प्रश्नकाल के दौरान रोजगार को लेकर पूछे गए सवाल पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कई बार नोक-झोंक भी हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आश्वस्त किया कि इस साल नौकरियां ही नौकरियां मिलेंगी, लेकिन विपक्ष जानना चाहा रहा था कि रोजगार देने का आंकड़ा कैसे कम हुआ। इससे सदन का माहौल गरमा गया और फिर मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्य उठकर सदन से बाहर चले गए। इससे पहले, विधायक विपिन सिंह परमार और सत्तपाल सिंह सत्ती के मूल और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर व विधायक बिक्रम सिंह के अनुपूरक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान प्रदेश की जनता से जो-जो भी वादे किए हैं, वे पांच साल में पूरे किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बहनों को 1500 रुपए देने का वादा भी पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसेवा और राज्य चयन आयोग के माध्यम से जो भी चयनित होकर आएंगे, उन्हें दो साल बाद नियमित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अनुबंध का नाम ही ट्रेनी में बदला गया है और ऐसा कोर्ट के आदेश पर किया गया है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि सत्ता में रहते उसने केवल राजनीतिक लाभ लेने के लिए संस्थान खोले।
मुख्यमंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि इस साल नौकरियां ही नौकरियां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि जितने भी निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर निकले हैं, उसमें विदेश में भी रोजगार दिया है और इसके लिए ओवरसीज रोजगार का विभाग बनाया है। उन्होंने कहा कि वहां गए युवाओं को सरकार को ट्रैक किया जा रहा है। इससे पहले, भाजपा सदस्य विपिन सिंह परमार ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान पांच साल में पांच लाख रोजगार देने का वादा किया था। इस हिसाब में अढ़ाई वर्ष में अढ़ाई लाख को रोजगार मिलना चाहिए था, वह क्यों नहीं मिला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार जो आंकड़े गिना रही है, उसमें यह भी बताए कि इसमें कितने पद पूर्व सरकार के समय के सृजित थे और भर्ती के लिए प्रक्रियाधीन थे।
मैं झूठ बोल रहा तो विपक्ष लाए प्रिवलेज: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष न केवल परेशान है, बल्कि कन्फ्यूज भी है। उन्होंने कहा कि वे बार-बार कह रहे हैं कि आंकड़े नोट कर लें, लेकिन वह बाहर जाने के बहाने ढूंढ रहे हैं। सुक्खू ने कहा कि यदि वे झूठ बोल रहे हैं तो उनके खिलाफ प्रिवलेज लाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि देहरा से विधायक कमलेश को पेंशन नहीं लगी है, बल्कि सैलरी लगी है और यह भाजपा की दया से लगी है। यदि ऐसी ही दया रही तो कई महिलाओं को लगेगी।
शतायु हुआ कौंसिल चैंबर
हिमाचल प्रदेश विधानसभा भवन जिसे काउंसिल चेंबर के नाम से भी जाना जाता है शतायु हो गया है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बुधवार को सदन में कौंसिल चैंबर को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज हम सभी के लिए प्रसन्नता का विषय है कि कौंसिल चैम्बर जहां हम सभी विराजमान हैं, ने 100 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। आज ही के दिन 100 वर्ष पूर्व 20 अगस्त, 1925 को भारत के वायसराय लॉर्ड रीडिंग ने इस भवन का लोकार्पण किया था। यह भव्य भवन कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रहा है जो अविस्मरणीय तथा अतुलनीय है।