शिमला, 19 जून (निस)
पर्यटन नगरी व हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला भले ही मैदानी इलाकों में पड़ रही झुलसा देने वाली गर्मी के दौरान पर्यटकों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं लेकिन इन्हीं पर्यटकों के कारण शिमलावासियों का जीना दूभर हो गया है। हालात ये हैं कि पर्यटन नगरी शिमला में शनिवार और आज रविवार को दो दिनों में 15 हजार से अधिक पर्यटक वाहन पहुंच गए जबकि शहर में केवल पांच हजार वाहनों की ही पार्किंग की व्यवस्था है। ऐसे में पूरा शहर ट्रैफिक जाम में तब्दील हो गया है और लोगों को महज कुछ किलोमीटर की दूरी तय करने में घंटों लग रहे हैं। पर्यटकों के इस भारी रेले के कारण शहर में पैदा हुई यातायात की गंभीर समस्या को देखते हुए शिमला जिला पुलिस ने जहां पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है वहीं जिला प्रशासन ने इस समस्या से निपटने के लिए केवल उन्हीं पर्यटक वाहनों को शहर में प्रवेश की इजाजत देने का निर्णय लिया है जिन वाहनों में घूमने आ रहे पर्यटक अपने होटल में पार्किंग की व्यवस्था होने का प्रमाण देंगे। अन्यथा बाकी पर्यटक वाहनों को शहर के भीतर प्रवेश की इजाजत नहीं होगी और उन्हें शिमला के बाईपास सड़कों से ही इधर-उधर गुजरना होगा।
शिमला जिला पुलिस द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के मुताबिक पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वह शिमला में घूमने के लिए आते वक्त शहर में पैदा हुई गंभीर यातायात समस्या को ध्यान में रखें और उसी के अनुसार अपने घूमने का कार्यक्रम बनाएं। एडवाइजरी में कहा गया है कि शहर के सभी पार्किंग स्थल भरे हुए हैं ऐसे में कोई भी पर्यटक वाहन शिमला में प्रवेश करने से पहले अपनी पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करें।
स्थानीय लोगों, छात्रों को हो रही परेशानी
पर्यटकों के भारी रेले के चलते शिमला शहर में ट्रैफिक जाम के कारण यातायात इतना धीमा हो गया है कि स्थानीय लोगों को घंटों बसों और अपने वाहनों में बैठकर बिताने पड़ रहे हैं। इस कारण जहां कर्मचारी समय पर अपने कार्यालय नहीं पहुंच पा रहे हें वहीं स्कूल और कॉलेज जाने वाले बच्चों को भी भारी परेशानी हो रही है। दूसरी ओर पर्यटक वाहनों की हालत ये है कि पार्किंग में जगह न मिलने की स्थिति में इन वाहनों के चालक सड़क किनारे जहां तहां खड़े कर रहे हैं जो ट्रैफिक जाम का प्रमुख कारण बना हुआ है।