शिमला, 19 जून (निस)
हिमाचल प्रदेश के सबसे पुराने नगर निगम शिमला का कार्यकाल खत्म हो गया है। नगर निगम अधिनियम के मुताबिक शिमला नगर निगम का मौजूदा कार्यकाल 18 जून तक था। ऐसे में प्रदेश सरकार को 18 जून से पहले नगर निगम के चुनाव घोषित करवाकर नए नगर निगम प्रतिनिधियों का चयन करना था लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक न तो नगर निगम चुनाव करवाने का फैसला किया है और न ही इसके लिए कोई तारीख घोषित की है। ऐसे में निगम के मौजूदा जनप्रतिनिधियों का 18 जून को कार्यकाल खत्म होने के बाद अब सोमवार यानी 20 जून से अब नगर निगम शिमला प्रशासक के हवाले हो जाएगा। शिमला नगर निगम के इतिहास में 36 साल बाद फिर से प्रशासक लगने की नौबत आई है। 80 के दशक में नगर निगम शिमला में समय पर चुनाव न होने के कारण प्रशासक लगाने की नौबत आई थी।
नगर निगम शिमला में इससे पहले जून 2017 में चुनाव हुए थे। 34 वार्डों में हुए इन चुनाव में भाजपा विचारधारा से जुड़ 17 पार्षदों ने जीत दर्ज की थी और भाजपा ने निर्दलीय पार्षदों के सहयोग से पांच सालों तक नगर निगम शिमला पर राज किया। भाजपा की ये जीत ऐसे समय में हुई थी जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री थे। इस बार प्रदेश और नगर निगम शिमला में भाजपा की ही सत्ता है लेकिन इसके बावजूद राज्य की जयराम ठाकुर सरकार अभी तक नगर निगम शिमला के चुनाव करवाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई है। भाजपा प्रदेश में पिछले साल हुए चार उपचुनाव में हुई करारी हार के बाद अब चुनाव हारने का जोखिम नहीं उठाना चाहती क्योंकि इसी साल के अंत में प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं और भाजपा अपना मिशन रिपीट सफल बनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। नगर निगम शिमला में इस बार पुनर्सीमांकन कर प्रदेश सरकार ने वार्डों की संख्या भी बढ़ाकर 45 कर दी है। हालांकि इसके लिए सरकार को कोर्ट-कचहरी तक के चक्कर काटने पड़ रहे हैं और हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने सरकार को दो वार्डों का फिर से पुनर्सीमांकन करने के निर्देश दिए हैं।
प्रतिभा ने लगायी नेताओं की जिम्मेदारी
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने शिमला नगर निगम चुनावों के लिये पार्टी नेताओं,पदाधिकारियों की वार्ड वाइज जिम्मेदारी तय कर दी है। वार्ड 1 भराड़ी विधायक सुंदर ठाकुर को प्रभारी बनाया गया है उनके साथ भुवनेश्वर गौर व अधिवक्ता चंद्र शेखर वर्मा को सह प्रभारी बनाया गया है। वार्ड 2 रुलदुभट्टा में विधायक पवन काज़ल को प्रभारी ठियोग के राजेद्र वर्मा, इकबाल महोम्मद व आशिक महोम्मद को सह प्रभारी का दायित्व सौंपा गया है। वार्ड 3 ऑपर कैथू पूर्व विधायक जगजीवन पाल प्रभारी सह प्रभारी कर्नल धर्मेंद्र पटियाल व दवेंद्र चौहान, वार्ड 4 लोवर कैथू में पूर्व विधायक अनिता वर्मा प्रभारी सह प्रभारी शशि शर्मा व विमला चौहान,वार्ड 5 अनाडेल विधायक संजय अवस्थी प्रभारी सह प्रभारी आदित्य विक्रम सिंह व निर्मला चौहान,वार्ड 6 समरहिल पूर्व विधायक बम्बर ठाकुर प्रभारी सह प्रभारी केवल पठानिया, विवेक कुमार व बलदेब ठाकुर को लगाया है। इसी तरह अन्य वार्डों में भी तैनाती कर दी है।
चुनाव में देर सोची समझी साजिश
शिमला जिला शहरी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने नगर निगम शिमला के चुनाव में देर को प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार की सोची-समझी साजिश करार दिया है। जितेंद्र ठाकुर ने आज शिमला में कहा कि चुनाव से पहले वार्डों का पुनर्सीमांकन, नए वार्ड बनाना, चुनावी रोस्टर और मतदाता सूची तैयार करना नियमित प्रक्रिया है। लेकिन सरकार ने इनमें जानबूझ कर देर की और नए वार्ड बनाते समय वार्डों की सीमाएं भी बदल डाली ताकि विवाद खड़ा हो सके। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस समर्थित वार्डों में जानबूझकर ज्यादा छेड़छाड़ की गई। चौधरी ने कहा कि भाजपा को सत्ता का सेमीफाइनल कहे जाने वाले नगर निगम शिमला के चुनाव में हार का डर सता रहा है। इसलिए सरकार चुनाव से भाग रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जो मर्जी कर ले लेकिन कांग्रेस का नगर निगम और विधानसभा चुनाव में जीतना तय है।