धौलाकुआं में विभिन्न प्रजातियों के लगाए 250 से ज्यादा पौधे
क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान धौलाकुआं में ‘वन महोत्सव’ का आयोजन किया गया। दो दिन चले कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिकों, कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।
इस दौरान संस्थान के विभिन्न स्थानों पर लीची, अमरूद और बांस जैसे फलों के पौधों के साथ-साथ सदाबहार, कुफिया हिसोपिफोलिया, स्नेक प्लांट, गोफ्रीना, गेंदा और अन्य सजावटी पौधों सहित लगभग 250 विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए।
केंद्र की सह निदेशक डॉ. प्रियंका ठाकुर ने वनों के महत्व, पर्यावरण संतुलन में उनकी भूमिका पर विस्तार से चर्चा की और सभी से अपने जीवन में कम से कम एक वृक्ष लगाने और उसकी देखभाल करने का आग्रह किया। उन्होंने “एक पेड़ अनेक लाभ” के मंत्र को जीवन का मूलमंत्र बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि पेड़ न केवल धरती की हरियाली बढ़ाते हैं, बल्कि वर्षा, भूमि संरक्षण, पशु-पक्षियों के आवास और जलवायु संतुलन में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।