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Model Resilient Village Program सुनानी गांव के पुनर्वास के लिए भूमि पूजन संपन्न

बीबीएन, 21 जनवरी (निस) : दून विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बवासनी के गांव सुनानी में पुनर्वास के लिए आज आदर्श रेज़िलिएंट गांव कार्यक्रम के तहत वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) की सचिव एवं वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद...
दून विधानसभा क्षेत्र के गांव सुनानी में मंगलवार को वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद की महानिदेशक डॉ. एन. कलैसेल्वी, विधायक राम कुमार चौधरी की उपस्थिति में भूमि पूजन करते हुए।-निस
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बीबीएन, 21 जनवरी (निस) : दून विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बवासनी के गांव सुनानी में पुनर्वास के लिए आज आदर्श रेज़िलिएंट गांव कार्यक्रम के तहत वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) की सचिव एवं वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की महानिदेशक डॉ. एन. कलैसेल्वी ने दून विधानसभा क्षेत्र के विधायक राम कुमार चौधरी की उपस्थिति में भूमि पूजन सम्पन्न किया। विधायक राम कुमार चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार संतुलित विकास के लिए प्रतिबद्ध है। वर्ष 2023 में आई भीषण आपदा के समय प्रदेश सरकार ने अपने संसाधनों से प्रभावितों को समय पर राहत पहुंचाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने संसाधनों से आपदा प्रभावितों के लिए 4500 करोड़ रुपए के राहत पैकेज की न केवल घोषणा की अपितु यह सुनिश्चित किया कि प्रभावितों को राहत एवं घोषित धनराशि समय पर मिले। विधायक राम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रभावितों की समस्या के दृष्टिगत दी जाने वाली मुआवजा राशि को 1 लाख 30 हजार रुपए से बढ़ाकर 7 लाख रुपए किया।। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत बवासनी के गांव सुनानी के प्रभावितों के लिए भी 7 लाख रुपए प्रति परिवार देने की घोषणा की गई थी और यह राशि प्रभावितों तक पहुंच रही है। डॉ. एन. कलैसेल्वी ने इस मौके पर कहा कि आपदा प्रभावितों को राहत पहुंचाने के लिए डीएसआईआर एवं सीएसआईआर सतत् कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि आदर्श सुदृढ़ गांव परियोजना का उद्देश्य आपदा प्रभावितों के लिए चिन्हित ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी अधोसंरचना का विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में आवश्यक सुधार और दीर्घकालिक विकास को प्रोत्साहन देना है। केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की के निदेशक प्रो. आर. प्रदीप कुमार ने इस परियोजना में संस्थान के योगदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत शील और सुनानी गांव में सड़क, पेयजल आपूर्ति, स्वच्छता, स्वास्थ्य केंद्र, और सामुदायिक भवन जैसे बुनियादी संरचनाओं का निर्माण एवं विकास किया जाएगा।  ग्राम पंचायत बबासनी के पूर्व प्रधान जसविंदर सिंह, उपायुक्त एवं ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक बद्दी विनोद कुमार धीमान, उपमंडलाधिकारी बद्दी विवेक महाजन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. अमित रंजन तलवार, खंड विकास अधिकारी नालागढ़ नियोन शर्मा, तहसीलदार बद्दी सतिंदर जीत, महिला मंडल बवासनी की प्रधान रमा ठाकुर, निदेशक सीएसआईआर-सीएसआईसी चंडीगढ़ के निदेशक प्रो. शांतनु भट्टाचार्य, सीएसआईआर-आईएम (टेक्निकल) चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. संजू खोसला, गिव ग्राटस की शालिनी कोटिया तथा स्थानीय निवासी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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