शिमला, 16 जून (निस)
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में छाये पेयजल संकट को लेकर स्थानीय विधायक व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज की निद्रा भी टूटी है। पिछले कई सप्ताह से चल रहे पेयजल संकट के बाद आज सुरेश भारद्वाज नींद से जागे और उन्होंने शिमला को पेयजल आपूर्ति करने वाली मुख्य योजना गिरी का निरीक्षण किया तथा पेयजल संकट से निपटने के लिए किए जा रहे प्रबंधों की जानकारी दी। इस दौरान सुरेश भारद्वाज प्रदेश की राजधानी में छाये पेयजल संकट का ठीकरा पर्यटकों के सिर फोड़ना नहीं भूले और यहां तक कह डाला कि शहर में भारी संख्या में पहुंच रहे पर्यटक शिमला के पेयजल संकट का प्रमुख कारण है।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि भारी गर्मी एवं कम बारिश के कारण सियोग, कोटी बरांडी और नौणी खड्ड के साथ-साथ गिरी में भी पानी घटा है, जिससे जल संकट उत्पन्न हुआ। उन्होंने अधिकारियों को परियोजना के तहत पानी आपूर्ति की निरंतरता को बनाए रखने तथा बारिश अथवा सूखे की स्थिति में आपूर्ति बाधित न हो इस संबंध में वैकल्पिक व्यवस्था को सुनिश्चित करने के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने गाद की समस्या को कम करने के लिए परियोजना में स्थापित किए ट्यूब सैटलर के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की।
मोर्चा खोलेगी कांग्रेस : विक्रमादित्य
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि शिमला में बढ़ते पेयजल संकट को लेकर उनकी पार्टी प्रदेश सरकार के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा करेगी। विक्रमादित्य सिंह ने आज शिमला पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राजधानी शिमला के लोग इन दिनों बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं लेकिन जल शक्ति मंत्री गायब हैं और लोगों को रामभरोसे छोड़ दिया गया है। उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती के लिए घोषित अग्निपथ योजना को युवाओं के साथ बड़ा धोखा करार दिया।