आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है मंडी जिला : कौल सिंह
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि इस बार की बरसात हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही लेकर आई थी । सबसे अधिक मंडी जिला प्रभावित हुआ है। मंडी में बादल फटने की अधिक घटनाएं हुई हैं। इस अपदा से अकेले मंडी जिला में ही अब तक करीब 1500 करोड़ रूपए की संपति का नुकसान हुआ है। सबसे अधिक नुक्सान लोक निर्माण विभाग और जलशक्ति विभाग का हुआ है। वहीं पर बिजली बोर्ड को भी इस बार काफी नुक्सान हुआ है। इस बरसात में जानमाल का भी भारी नुक्सान हुआ है। मंडी जिला में आपदा के दौरान 52 लोगों की जान गई है। जबकि अभी भी 29 लोग लापता हैं।
इसके अलावा बरसात के दौरान हुई दुर्घटनाओं में 15 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। ऐसी भयंकर बरसात अब तक नहीं देखी। लोगों का भारी नुक्सान हुआ है, जिसके जख्म भरने में समय लगेगा। लोगों की जमीनें धंस गईं , कई गांवों को खतरा हो गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और प्रदेश के मंत्रियों ने मौके पर जाकर लोगों के दुखदर्द को साझा किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाई भ्रमण कर इस तबाही का मंजर देख और धर्मशाला में आपदा प्रभावितों से बात करने के बाद पंद्रह सौ करोड़ का पैकेज जारी किया। जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है, पूर्व की सरकार ने वित्तीय सेहत बिगाड़ कर रख दी है। केंद्र सरकार की मदद के बिना यह सब संभव नहीं है। कौल सिंह ने कहा कि धर्मपुर बस अड्डा तीसरी बार बाढ़ की चपेट में आ गया है। हर बार सोन खड्ड में बाढ़ आने की वजह से पानी बस अड्डे में घुस जाता है। कौल सिंह ने कहा कि इस आपदा के पीछे पर्यावरण से छेड़छाड़ होना भी एक कारण रहा है। सीमेंट कारखाने प्रदेश में प्रदूषण फैला रहे हैं। इसके अलावा चुपचाप सीमेंट के दाम बढ़ा देते हैं। कौल सिंह ने आपदा की इस घड़ी में प्रशासनिक अधिकारियों उपायुक्त से लेकर तहसीलदार तक की भूमिका की सराहना की है।