सोलन के तड़ोल गांव पर हो रहा भूस्खलन, दहशत में लोग
हिमाचल में मानसून की बरसात लगातार अपना कहर बरपा रही है। यहां जगह-जगह बारिश से नुकसान और भू-स्खलन हो रहा है। कसौली उपमंडल के तहत आने वाली भोजनगर पंचायत के तड़ोल गांव के पास लगातार हो रहे भूस्खलन से स्थानीय लोग दहशत के साये में जी रहे हैं। भू-स्खलन के कारण भोजनगर-चक्की मोड़ सड़क का करीब 50 मीटर हिस्से बहा गया है। साथ ही यहां प्राथमिक स्कूल स्कूल तड़ोल व गांव को भी खतरा पैदा हो गया है। तड़ोल गांव में 7 से 8 मकान हैं, जो अब खतरे की जद में है।
भोजनगर -चक्की मोड़ सड़क बंद
तड़ोल गांव में हो रहे भूस्खलन के कारण सड़क बंद होने से सैकड़ों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चक्की मोड़ के निकट जब नेशनल हाइवे बंद होता था तो वाहन चालक इस रूट से अपने गंतव्य के लिए पहुंचते थे। गांव के लोगों ने बताया कि बुधवार रात्रि में यहां भारी मात्रा में जमीन धंसती रही पेड़ टूटने की आवाजें आती रही। इससे सभी लोग सहम गए।
इसी के बीच पानी के बड़े प्राकृतिक स्रोत फूटे है जहां भारी मात्रा में पानी आ रहा जो गाद का रूप ले रहा।
कौशल्या खड्ड में पहुंच रही मिट्टी व गाद ज्ञात रहे कि यहां पिछले दो वर्षों से धीरे-धीरे जमीन धंस रही थी जो अब ज्यादा धंस गई।
जानकारी के अनुसार हो रहे भूस्खलन के कारण नीचे बह रही कौशल्या खड्ड में मिट्टी, गाद जमा हो जाने के कारण पानी जमा होने लग गया,जिससे खतरा बढ़ गया है।
विधायक टीम सहित कर चुके हैं मौके का निरीक्षण
कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने अधिकारियों की टीम के साथ मौके का दौरा किया । उन्होंने कहा कि तड़ोल गांव में लगातार खिसकती जमीन और गांव के अस्तित्व पर मंडराते खतरे ने प्रशासन, विशेषज्ञों और स्थानीय पंचायत को गहन चिंता में डाल दिया है। हालांकि सड़क पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुकी है, अब पूरा गांव एक आपदा की कगार पर खड़ा है। गांव में जाकर इस गंभीर स्थिति का निरीक्षण गहनता से किया। विधायक ने कहा कि इस पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को दी जाएगी, ताकि राज्य स्तर पर तत्काल कार्रवाई हो सकें और लोगों को राहत मिल सके।