धोखाधड़ी करने वालों से वसूली करेगा कामगार कल्याण बोर्ड
हिमाचल प्रदेश कामगार कल्याण बोर्ड में धोखाधड़ी के 38 मामले सामने आए हैं। बोर्ड ने इन सभी के खिलाफ अलग-अलग स्थान में एफआईआर दर्ज कर दी हैं। इनमें से 12 लोग ऐसे पाए गए हैं जिन्होंने बोर्ड से अवैध रूप से 9 लाख रुपए का लाभ प्राप्त किया है। बोर्ड इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर चुका है और अब इनसे रिकवरी करने की तैयारी में है।
बोर्ड में जिन अधिकारियों और कर्मचारियों ने गलत तरीके से इन 38 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया है उन पर भी गाज गिरेगी। बोर्ड के अध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर ने मंगलवार को शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि धोखाधड़ी के जो मामले पाए गए हैं वह बड़सर, भोरंज, हमीरपुर और सुजानपुर के हैं। अध्यक्ष ने कहा कि चेकिंग की यह मुहिम प्रदेश भर में चलेगी और फ्रॉड करने वालों का पता लगाया जाएगा। इसके लिए सभी पंजीकरण की ई केवाईसी होगी।
बोर्ड ने जिन 38 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं उनमें बिजनेसमैन, सरकारी कर्मचारी, अध्यापक और आर्मी ऑफिसर की पत्नी शामिल है। इन्होंने मेटरनिटी और मकान के लिए गलत तरीके से योजनाओं का लाभ उठाया है। उन्होंने बताया कि पूर्व की भाजपा सरकार के कार्यकाल में 70 हजार से ज्यादा लोगों को पंजीकृत किया गया था जिनमें से जांच के दौरान 38 लोग ऐसे पाए गए जो साधन संपन्न थे और बोर्ड की योजनाओं का गलत तरीके से लाभ ले रहे थे।