शिमला/धर्मशाला, 23 नवंबर (निस)
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में सम्पन्न चार उपचुनाव में भाजपा की करारी हार के बाद पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं और पार्टी लगातार बगावती सुरों से जूझ रही है। उपचुनाव में हार पर 24 से 26 नवंबर तक शिमला में भाजपा का आधिकारिक मंथन होना है लेकिन इससे पहले ही पार्टी के उपाध्यक्ष कृपाल परमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कृपाल परमार ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को भेजे अपने इस्तीफे में कहा है कि वह पार्टी में लम्बे समय से हो रही अपनी अनदेखी से नाराज हैं। यही कारण है कि अब उन्हें पार्टी से इस्तीफा देने जैसा बड़ा कदम उठाना पड़ा है। भाजपा के लिए कृपाल परमार का ये इस्तीफा बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि कृपाल परमार फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन भाजपा नेतृत्व ने उन्हें नजरअंदाज करते हुए यहां से बलदेव ठाकुर को टिकट थमा दिया और हश्र भाजपा को हार के रूप में झेलना पड़ा। भाजपा उपचुनाव के दौरान बगावत को दबाए रखने में तो सफल रही लेकिन अब जबकि चुनाव नतीजे आने के बाद पार्टी की बुरी तरह किरकिरी हुई है। ऐसे में टिकट के आबंटन से गुस्साए भाजपाइयों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। कृपाल परमार के इस्तीफे के बाद उनके कुछ और समर्थक भी जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं। ये इस्तीफे प्रदेश भाजपा कार्यसमिति और कोर समिति की कल से शिमला में होने वाली बैठक के दौरान भी हो सकते हैं।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक उपचुनाव में हार के बाद सरकार खासकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सबके निशाने पर हैं क्योंकि जयराम ठाकुर ने ही उपचुनाव में अपनी पसंद के उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा था और पार्टी संगठन को इनकी जीत का भरोसा भी दिलाया था।
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक आज
भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति और कोर कमेटी की कल से शिमला में होने जा रही बैठक में भाजपा के प्रदेश मामलों के प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, शांता कुमार और अन्य नेताओं के भी हिस्सा लेने की संभावना है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी प्रदेश कार्यसमिति और कोर समिति की इस बैठक को संबोधित कर सकते हैं। हालांकि अभी तक उनके कार्यक्रम को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।