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केके पंत मुख्य सचिव पद की दौड़ में सबसे आगे

30 सितंबर को सेवानिवृत्त होंगे मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना
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हिमाचल प्रदेश के नए मुख्य सचिव पद को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। मौजूदा मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना का सेवा विस्तार इस माह समाप्त हो रहा है। हालांकि मामला फिलहाल हाईकोर्ट में विचाराधीन है, लिहाजा सरकार समेत अफसरशाही की नजरें 22 सितंबर को होने वाली मामले की सुनवाई पर टिकी हुई हैं।

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जानकारी के अनुसार हाईकोर्ट से सक्सेना को राहत मिलने की स्थिति में राज्य सरकार उन्हें दोबारा छह माह का सेवा विस्तार देने का आग्रह केंद्र से कर सकती है। मगर अदालत से विपरीत फैसला आने की स्थिति में नए मुख्य सचिव की ताजपोशी तय मानी जा रही है। मुख्य सचिव पद की दौड़ में फिलहाल सबसे मजबूत दावेदार 1993 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और अतिरिक्त मुख्य सचिव केके पंत माने जा रहे हैं। उनके बाद 1994 बैच की अनुराधा ठाकुर और ओंकार शर्मा का नाम चर्चा में हैं। हालांकि अनुराधा ठाकुर इस समय केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और उनकी वापसी की संभावनाएं कम हैं। दूसरी ओर ओंकार शर्मा को लेकर सरकार की नाराजगी ताजपोशी की राह में रोड़ा बन सकती है। वरिष्ठता के लिहाज से 1988 बैच के संजय गुप्ता का नाम सबसे ऊपर है, जो वर्तमान में हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड के अध्यक्ष हैं। लेकिन पहले भी उनकी वरिष्ठता को नजरअंदाज कर 1990 बैच के प्रबोध सक्सेना को मुख्य सचिव बनाया जा चुका है।

मुख्य सचिव पद के साथ-साथ राज्य विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष और मुख्य सूचना आयुक्त के पदों पर भी जल्द नियुक्तियां होनी हैं। इन अहम पदों के लिए राम सुभग सिंह, संजय गुप्ता और प्रबोध सक्सेना जैसे वरिष्ठ अधिकारी दौड़ में शामिल हैं। इसके अलावा कई अन्य आईएएस और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के नाम भी अंदरखाने चर्चा में हैं।

 

 

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