ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध के चलते नहीं खुला कालूझिंडा टैक्स बरियर
हरियाणा-हिमाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित कालूझिंडा पंचायत के खुदाबख्श चौक पर राज्य कर एवं आबकारी विभाग एक बार फिर टैक्स बैरियर स्थापित करने में असफल रहा। मंगलवार को विभाग की टीम ने पुलिस बल की मौजूदगी में बैरियर लगाने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय लोगों ने तीव्र विरोध किया। प्रधान कल्पना रनोट और उप-प्रधान राजीव नेगी ने बताया कि इस टैक्स बैरियर के खुलने से स्थानीय लोग परेशान होंगे। आज कालूझिंडा पंचायत के सभी निवासियों ने टोल बैरियर का विरोध किया। इस मौके पर प्रधान कल्पना रनोट ओर उप प्रधान राजीव नेगी, जिला परिषद मेंबर रीना देवी, सलिंदर पाल चौधरी जी, गोगी भगत जी, गोगु राणा जी, सोनू मेहता, अजय मेहता ने मौके पर पहुंच कर प्रशासन से बात की ओर इसका विरोध किया ओर इसे बंद करने का आग्रह किया गया। कुछ समय के लिए तो कांट्रेक्टर की ओर से हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने वाले वाहनों से पर्चियां काटी गईं, लेकिन प्रशासनिक टीम के लौटते ही विरोध फिर से तेज हो गया और अंततः बैरियर हटाना पड़ा। विभाग का कहना है कि हर साल ठेकेदार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। यह मार्ग वाहन चालकों द्वारा टैक्स से बचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिससे सरकार के राजस्व को भी हानि होती है। राज्य कर एवं आबकारी विभाग के उपायुक्त विनोद डोगरा ने कहा कि हमारी ओर से यह दूसरा प्रयास था। पुलिस की मौजूदगी में टैक्स वसूली शुरू की गई थी और बैरियर स्थापित किया गया था लेकिन कुछ अज्ञात लोग वहां पहुंचकर विरोध करने लगे। विभाग का पूरा प्रयास है कि इस यूनिट को जल्द शुरू किया जाए।