जस्टिस अजय मोहन गोयल ने खुद को सुनवाई से किया अलग
शिमला, 20 मई (हप्र)
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश अजय मोहन गोयल ने गुड़िया रेप व हत्या के दोषी नीलू चरानी की अपील पर खुद को सुनवाई से अलग कर लिया है। न्यायाधीश अजय मोहन गोयल और न्यायाधीश बीसी नेगी की खंडपीठ के समक्ष यह अपील सुनवाई के लिए रखी गई थी। अपील पर सुनवाई के दौरान न्यायाधीश गोयल ने खुद को इस अपील पर सुनवाई से अलग कर लिया। इससे पहले न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान, न्यायाधीश विवेक सिंह ठाकुर और न्यायाधीश विरेंदर सिंह खुद को इस मामले की सुनवाई से अलग कर चुके हैं। अब मुख्य न्यायाधीश इस अपील की सुनवाई के लिए विशेष खंडपीठ का गठन करेंगे। उल्लेखनीय है कि इस मामले में शिमला स्थित सीबीआई कोर्ट ने दोषी नीलू को उम्रकैद की सजा सुनाई है। प्रार्थी ने खुद को दोषी ठहराने और उम्रकैद की सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दायर की है। सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक अनिल कुमार उर्फ नीलू ने 4 जुलाई, 2017 को गुड़िया से दुष्कर्म किया और बाद में उसका गला घोंट कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। जांच के दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ था कि गुड़िया व आरोपी के बीच गुड़िया के ऊपर थूकने को लेकर कहासुनी और हाथापाई हुई थी। हालांकि स्थानीय पुलिस ने कथित तौर पर वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर 5 लोगों को हिरासत में लिया था।