शिमला, 7 मई (निस)
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि हमें ग्राम अवधारणा को जीवंत रखते हुए भावी पीढ़ियों को अपनी सांस्कृतिक परम्पराओं से अवगत करवाना चाहिए ताकि शहरीकरण को कम किया जा सके। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए उच्च शैक्षणिक संस्थान अपने पाठ्यक्रम में बदलाव लाकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। राज्यपाल आज शिमला में हिमाचल प्रदेश निजी शैक्षिक संस्थान नियामक आयोग (एचपी-पीईआरसी) द्वारा ‘हायर एजुकेशन लीडर-फ्यूचर ऑफ लर्निंग एण्ड जॉब्स’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।