Himachal के जनजातीय गांव पुर्थी में Internet सेवाएं ठप, रोड पर उतरे ग्रामीण
चंबा, 3 जून (हमारे संवाददाता)
Internet हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र पांगी की पुर्थी पंचायत के ग्रामीणों ने मोबाइल इंटरनेट सेवाओं की लगातार खराब स्थिति को लेकर एक बार फिर सड़क पर उतरकर विरोध दर्ज कराया। सोमवार को ग्रामीणों ने दूसरी बार सांसरी-किल्लार-थिरोट-टांडी मार्ग को जाम कर बीएसएनएल के खिलाफ नाराजगी जताई और इंटरनेट सेवाओं की तत्काल बहाली की मांग की।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह 28 मई को भी ग्रामीणों ने इसी मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया था। उस समय बीएसएनएल अधिकारियों ने तीन दिन के भीतर सेवाएं बहाल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ क्षेत्रों में आंशिक रूप से कॉलिंग सुविधा उपलब्ध है, लेकिन मोबाइल इंटरनेट कई महीनों से पूरी तरह बंद है, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, आपातकालीन सेवाओं और डिजिटल बैंकिंग जैसी बुनियादी आवश्यकताओं पर गंभीर असर पड़ा है।
स्थानीय निवासी जनम सिंह ने कहा, “हम 5जी या हाई-स्पीड इंटरनेट नहीं मांग रहे, बस इतना चाहते हैं कि हमारे बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई चल सके और हम जरूरी सेवाओं का लाभ उठा सकें।”
उन्होंने बताया कि बीएसएनएल अधिकारियों ने पहले कहा था कि थंडल गांव में 4G टावर लगाने से थंडल, पुर्थी, अजोब, चऊ, रेई और शौर जैसे छह गांवों को फायदा होगा। लेकिन प्रशासनिक और राजनीतिक दबाव के चलते टावर पुर्थी में लगाने का फैसला किया गया — जो अब तक चालू नहीं हुआ है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समाधान नहीं हुआ, तो बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा।