उद्योग मंत्री ने अपनी ही सरकार के विभाग के खिलाफ मांगी जांच
हिमाचल में आई आपदा के दौरान नदियों में बहकर आई कटी हुई लकड़ियां के मामले में सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान के बाद राज्य के वन विभाग की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में है। प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान...
Advertisement
हिमाचल में आई आपदा के दौरान नदियों में बहकर आई कटी हुई लकड़ियां के मामले में सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान के बाद राज्य के वन विभाग की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में है। प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने इस मामले में अपनी ही सरकार के वन विभाग की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
उन्होंने बृहस्पतिवार को शिमला में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि रावी नदी और पंडोह डैम सहित कई जल स्रोतों में भारी मात्रा में कटी हुई लकड़ियों और लॉग्स बहकर आना इस बात का संकेत हैं कि पहाड़ों में ऐसे स्थानों पर वनों का कटान हो रहा है जहां पहुंचा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।
Advertisement
Advertisement