शिमला, 25 अप्रैल(हप्र)
बागवानी एवं राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा है कि प्रदेश के तीन निर्दलीय विधायकों पर भाजपा का भारी दबाव है। इसी दबाव के चलते उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र दिया है। उनके त्यागपत्र अभी भी विधानसभा अध्यक्ष के पास लंबित हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के पास यह शक्ति है कि वह किसी के भी त्यागपत्र की पूरी जांच करें कि क्या वह स्वेछा से दिया गया है या किसी दबाव में। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के पास इसे स्वीकार या अस्वीकार करने का भी पूरा अधिकार है।
आज शिमला में एक पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए जगत सिंह नेगी ने कहा कि निर्दलीय विधायकों को जिस प्रकार से केंद्र की भाजपा सरकार ने सुरक्षा दे रखी है उससे भी साफ है कि उन पर कोई दबाव है। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में यह पहला मामला है जहां निर्दलीय विधायकों ने त्यागपत्र दिया हो और अपने त्यागपत्र स्वीकार करवाने के लिये उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा रहे हो। उन्होंने कहा कि चूंकि अभी इन निर्दलीय विधायकों पर विधानसभा अध्यक्ष का फैसला आना बाकी है, इसी बीच इन तीन विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि उन्होंने अब इस मामले को विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष चुनौती दी है कि निर्दलीय विधायक किसी भी अन्य दल में शामिल नहीं हो सकते।इसलिए इन्हें भी अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश में भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के छह बागी नेता अब दागी के नाम से जाने जाएंगे। उन्होंने कहा कि कानून के तहत इन विधायकों की सदस्यता खत्म हुई है, इसके लिए वह खुद दोषी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिस प्रकार पूर्ण बहुमत वाली कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की है अब इसका पूरा खुलासा हो चुका है।
भाजपा पूरी तरह हतोत्साहित
जगत सिंह नेगी ने कहा कि कांग्रेस के छह न्याय और 25 गारंटियों से भाजपा पूरी तरह हतोत्साहित है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र से भाजपा छटपटाहट में है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी नहीं कहा कि सरकार देश में लोगों की जमीनों पर कब्जा करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भूमिहीनों को जमीन देने का जो वादा किया है वह सरकारी जमीन का है।नेगी ने कहा कि भाजपा मुद्दों पर कोई बात नहीं करती। देश मे बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा व देश की बाहरी सुरक्षा जैसे अनेक मुद्दे है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपनी 5 गारन्टियां पूरी कर दी है जिसमें ओपीएस और महिलाओं को 1500 रुपए की गारंटी प्रमुख है।
जनारथा करेंगे निर्दलीयों पर दबाव का खुलासा
शिमला शहरी विधायक हरीश जनारथा ने कहा है कि उन्होंने प्रदेश उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की है जिसमें उन्होंने निर्दलीय विधायकों की याचिका पर कोई फैसला देने से पूर्व उन्हें भी सुने जाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि इन निर्दलीय विधायकों ने जिस दबाव में अपना त्यागपत्र दिया है वह इसकी जानकारी पूरे तथ्यों के साथ न्यायालय के समक्ष पेश होकर रखना चाहते है। जनारथा ने कहा कि भाजपा ने एक सोची समझी रणनीति के तहत प्रदेश की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रदेश में जनमत का अपमान करते हुए लोकतंत्र की हत्या करने की जो कोशिश की है वह बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन चुनावों में भाजपा के षड्यंत्र का पूरा खुलासा करेगी।