शिमला, 11 जनवरी (निस)
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज इन्दिरा गांधी राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय शिमला के नए बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भवन के निर्माण कार्य पर 103.18 करोड़ रुपये की राशि व्यय की गई है जिसमें से 73 करोड़ रुपये की राशि वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि मूल रूप से यह भवन 46 करोड़ रुपये में निर्मित किया जाना था लेकिन वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक बड़े भवन के निर्माण के लिए वर्ष-2019 में इसकी लागत को संशोधित कर 103 करोड़ रुपये किया गया था। उन्होंने कहा कि यहां पर ट्रॉमा सेंटर के निर्माण पर 40 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं और इसका कार्य इसी वर्ष जून माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के चिकित्सकों, पैरा-मेडिकल स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने कोरोना महामारी के प्रसार को नियंत्रण करने के लिए पूर्ण समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का नया वैरिएंट भी सभी के लिए चिंता का विषय है और सभी को सावधानी रखने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी की प्रथम लहर के दौरान प्रदेश में केवल दो ही आक्सीजन प्लांट थे और आज प्रदेश के विभिन्न भागों में 41 आक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि उस समय राज्य में केवल 50 वेंटिलेटर ही उपलब्ध थे और आज प्रदेश में 1000 से अधिक वेंटिलेटर हैं। उन्होंने कहा कि यह वर्तमान प्रदेश सरकार के समर्पित प्रयासों से ही सम्भव हो सका है। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के इस प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान में आक्सीजन प्लांट स्थापित कर आईजीएमसी का सुदृढ़ीकरण सुनिश्चित किया है।
आयुर्वेद को बढ़ावा देगा रेडक्रॉस
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने रेडक्रॉस के माध्यम से आयुर्वेदिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस को लोगों की सहभागिता से एक जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है। राज्यपाल जो कि राज्य रेड क्रॉस के अध्यक्ष भी हैं, आज राजभवन शिमला में हिमाचल प्रदेश राज्य रेडक्रॉस की आमसभा को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि रेडक्रॉस जिला और राज्य स्तर पर विभिन्न स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से लोगों को उपचार और थेरेपी की सुविधा प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि एलोपैथी के साथ-साथ आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को भी इसके माध्यम से प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। इससे पूर्व, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. राजीव सैजल ने रेडक्रॉस गतिविधियों के विस्तारीकरण पर बल दिया और कहा कि रेडक्रॉस ने पीडि़त मानवता की सेवा में हमेशा से सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबन्धन तथा जागरूकता कार्यक्रम लोगों के लिए हमेशा लाभदायक रहे हैं।