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बात नहीं बनी तो सुक्खू सरकार एसजेवीएन से वापस लेगी बिजली प्रोजेक्ट

मुख्यमंत्री ने किन्नौर में शोंगटोंग कड़छम जल विद्युत परियोजना का किया दौरा, कहा
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शिमला, 9 जून(हप्र)

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि यदि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम एसजेवीएन ने धौलासिद्ध, सुन्नी और लुहरी पन बिजली परियोजनाओं में हिमाचल को सरकार के हिसाब से उसका हिस्सा नहीं दिया तो सरकार इन परियोजनाओं को वापस अपने कब्जे में ले लेगी। सुक्खू ने आज किन्नौर जिला के दौरे के पहले दिन पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एसजेवीएन से इस मुद्दे पर बातचीत जारी है और निगम ने सरकार के साथ वार्ता में रुचि दिखाई है। उन्होंने ये भी कहा कि पावर कॉरपोरेशन द्वारा निर्माणाधीन परियोजनाओं में देर के लिए जिम्मेवार अफसरों पर कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने आज किन्नौर जिला के शोंगटोंग कड़छम जल विद्युत परियोजना का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने परियोजना के विद्युत गृह स्थल कड़छम तथा बैराज स्थल पोवारी का भी निरीक्षण किया। परियोजना के बैराज स्थल में चल रही विभिन्न निर्माण गतिविधियों की भी जानकारी हासिल की।

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मुख्यमंत्री ने शोंगटोंग कड़छम जल विद्युत परियोजना के इंजीनियरों व कामगारों के साथ परियोजना में चल रही निर्माण गतिविधियों को लेकर संवाद भी किया।

मुख्यमत्री ने 450 मैगावॉट क्षमता की इस पनबिजली परियोजना को समयबद्ध तरीके से नवम्बर, 2026 तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के क्रियाशील हो जाने से प्रदेश को सालाना लगभग एक हजार करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति होगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना विगत 13 वर्ष से निर्माणाधीन है, लेकिन वर्तमान सरकार ने अपने कार्यकाल के दो वर्ष के दौरान इसके निर्माण कार्य में तेजी लाई है तथा इस परियोजना को तय समय अवधि में पूरा कर प्रदेश को समर्पित

किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी हिमाचल प्रदेश का बहता हुआ सोना है तथा हमारी सरकार इसका पूरा सदुयोग करेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने प्रदेश की इस अमूल्य संपदा को लूटने दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी शर्तों पर पनबिजली परियोजनाओं के निर्माण कार्यों को आगे बढ़ाएगी ताकि प्रदेश के हितों को सुरक्षित रखा जा सके। सुक्खू ने कहा कि किन्नौर के टापरी में जियो थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट स्थापित करने की दिशा में भी प्रदेश सरकार आगे बढ़ रही है। राज्य में सोलर व ग्रीन हाइड्रोजन ऊर्जा उत्पादन कर प्रदेश को बिजली के क्षेत्र में और उन्नत बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश को वर्ष 2026 तक हरित ऊर्जा राज्य, 2027 तक आत्मनिर्भर राज्य तथा 2032 तक देश का सबसे समृद्ध एवं सशक्त राज्य बनाने के संकल्प के साथ कार्य आरंभ कर दिया है।

इससे पहले मुख्यमंत्री का चोलिंग हेलीपैड में पहुंचने पर स्थानीय विधायक तथा राजस्व, बागवानी एवं जन जातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों एवं लोक संस्कृति के साथ गर्मजोशी के साथ

स्वागत किया।

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