हमीरपुर, 1 मई (निस)
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खू ने नादौन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को फिर आईना दिखाया है। उन्होंने कहा कि जयराम झूठ व डर के सहारे सत्ता पाना चाह रहे हैं, लेकिन यह संभव नहीं है। वह धैर्य रखें, 4 जून को जनता का जवाब भाजपा को मिल जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात छोड़कर वाराणसी से चुनाव लड़ सकते हैं तो पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा कांगड़ा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में क्यों नहीं उतर सकते। वह तो हिमाचल प्रदेश के शिमला के रहने वाले हैं और पूरा राज्य उनका घर है। सुखविंदर सिंह ने कहा कि बड़ी खुशी की बात है, आनंद शर्मा को कांगड़ा से टिकट मिली है। वह अच्छे वक्ता हैं, उनकी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अच्छी पकड़ व समझ है। वह राष्ट्रीय स्तर पर जाने-पहचाने चेहरे हैं। संसद में उनकी आवाज गूंजने पर हिमाचल को लाभ होगा। आनंद शर्मा ने पूर्व यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहते कांगड़ा के लिए बड़े प्रोजेक्ट व कार्यालय लाए हैं। कांगड़ा में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, इंदौरा में डेढ़ सौ करोड़ रुपए की लागत का इंडस्ट्रियल पार्क, चाय बागवानों के लिए नेशनल टी बोर्ड का रीजनल सेंटर आनंद शर्मा ने खुलवाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के तीनों सांसद प्राकृतिक आपदा के दौरान केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज दिलाने में विफल रहे।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस की लड़ाई बिकाऊ विधायकों और लोकतंत्र की हत्या करने वालों के खिलाफ है। कांग्रेस के छह पूर्व विधायकों को निश्चित तौर पर भाजपा ने खरीदा है। नेता प्रतिपक्ष जयराम झूठ का ढिंढोरा पीट रहे हैं, जनता में उनकी पोल खुल चुकी है। जयराम का गणित बेहद कमजोर है, कांग्रेस सरकार 5 साल का कार्यकाल पूरा कर जनता की अदालत में जाएगी। जयराम नहीं चाहते थे कि कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम, महिलाओं को 1500 रु पए, मनरेगा कर्मियों को बढ़ी हुई दिहाड़ी, किसानों को दूध पर एमएसपी व कर्मचारियों को बढ़ा हुआ मानदेय मिले, इसलिए वह नोटों के दम पर सरकार गिराने की साजिश रचने में लगे रहते हैं।
कांग्रेस ने बंद कीं श्रमिकों के हित की योजनाएं : अनुराग
हमीरपुर (निस) : केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को मजदूर दिवस के मौके पर कांग्रेस सरकार द्वारा श्रमिकों के हित में केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं को बंद करने का आरोप लगाया। अनुराग ने कहा कि मोदी सरकार ने श्रमिकों के उत्थान व कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाईं। हिमाचल में श्रमिकों के हितों के लिए 2009 में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा हिमाचली मजदूरों के कल्याण हेतु गठित हिमाचल प्रदेश भवन एवं सिन्नर्माण कामगार कल्याण बोर्ड का गठन किया था। धूमल द्वारा शुरू इस कार्यक्रम को जयराम ठाकुर ने भी चालू रखा था लेकिन प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के पश्चात् अब तक इस बोर्ड के माध्यम से प्रदेश के कामगारों को मिलने वाले सभी लाभ बंद कर दिए गए हैं। ठाकुर ने आगे बताया कि इस सरकार ने आते ही इस बोर्ड के तहत पंजीकृत किए जाने वाले कामगारों के लिए नए दिशा निर्देश जारी कर दिए और मनरेगा के कामगारों को इस योजना के लाभ ले सकने वाली योग्य सूची से हटा दिया।