मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को चबूतरा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कांगड़ा दौरा 9 सितंबर को संभव है, बशर्ते मौसम अनुकूल रहा। उन्होंने बताया कि इस दौरान प्रधानमंत्री को राज्य में आई प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जाएगी और केंद्र सरकार से समय पर राहत कोष भेजने का आग्रह किया जाएगा। सुक्खू ने कहा कि जीएसटी संशोधन से प्रदेश को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए नयी नीति बनाई जा रही है, ताकि आम जनता पर अतिरिक्त बोझ न पड़े। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल आरोप लगाने के बजाय उन्हें धरातल पर आकर स्थिति को समझना चाहिए। सुक्खू ने सवाल किया कि भाजपा नेताओं ने अब तक यह क्यों नहीं पूछा कि हिमाचल को पीडीएनए से कितना फंड मिला। सीएम ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार अपने हिस्से का 25 प्रतिशत राहत कोष में दे रही है, जबकि वास्तविक व्यय उससे कहीं अधिक है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मानसून सीजन में हिमाचल में बादल फटने की 50 से अधिक घटनाएं दर्ज हुई हैं। वैज्ञानिक इन घटनाओं की जांच कर रहे हैं, जो अधिकतर पहाड़ी जंगलों में हुई हैं। उन्होंने चेताया कि जलवायु परिवर्तन के चलते भविष्य में और गंभीर चुनौतियां सामने आ सकती हैं।
अब तक 16 हजार श्रद्धालुओं को निकाला
सुक्खू ने कहा कि मणिमहेश यात्रा के दौरान फंसे करीब 16 हजार श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर और एचआरटीसी बसों के माध्यम से सुरक्षित निकाला गया। सभी यात्रियों को यह सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई। इससे पहले उन्होंने सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के आपदा प्रभावित गांवों का दौरा किया, जहां उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर हरसंभव सहायता का भरोसा दिया। चबूतरा में जमीन धंसने से तबाह मकानों का निरीक्षण कर उन्होंने बेघर परिवारों को ढाढ़स बंधाया और अधिकारियों को राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए।