ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 17 सितंबर
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश पूरे देश में विकास का सिरमौर बनेगा। उन्होंने कहा कि आज से ठीक 25 साल बाद जब पूरा देश आजादी की 100वीं वर्षगांठ मना रहा होगा तब हिमाचल देशभर में विकास का सिरमौर होगा। उन्होंने इसके लिए प्रदेश को शुभकामनाएं दी और कहा कि हिमाचल को पर्यावरण के अनुकूल और यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को संरक्षित रखते हुए विकास की दिशा में आगे बढ़ना होगा। रामनाथ कोविंद ने हिमाचल को परिपक्व लोकतांत्रिक संस्कृति का अनुकरणीय उदाहरण भी करार दिया। राष्ट्रपति आज शिमला में हिमाचल प्रदेश के पूर्णराज्यत्व के स्वर्णिम वर्ष समारोह के उपलक्ष्य में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रपति ने इस मौके पर हिमाचल प्रदेश द्वारा पारित कानूनों के साथ-साथ यहां की देव संस्कृति देश के सैन्य इतिहास में हिमाचल के योगदान के साथ-साथ पूर्ण राज्य बनने के बाद 50 सालों में किए गए विकास की भी प्रशंसा की। उन्होंने कोरोना टीकाकरण के पहली डोज का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए भी हिमाचल को बधाई दी। राष्ट्रपति ने सेना में हिमाचल के युवओं की भूमिका की सराहना की और कहा कि इस समय राज्य में 1.20 लाख से अधिक सैनिक हैं। उन्होंने पहाड़ी गांधी के नाम से विख्यात बाबा कांशी राम द्वारा स्वाधीनता संग्राम में दिए गए योगदान का भी जिक्र किया और कहा कि हिमाचल के एकीकरण में हिमाचल निर्माता डा. वाईएस परमार, पंडित पदमदेव, शिवानंद रामौल और अन्य जनसेवकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के पहले चुनाव का पहला वोटर होने का श्रेय भी हिमाचल प्रदेश के श्यामशरण नेगी को जाता है। राष्ट्रपति ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पेपररहित होने और राज्य में प्लास्टिक के उपयोग को पूरी तरह बंद करने के निर्णय की भी सराहना की।
50 वर्षों की उपलब्धियों के दस्तावेज बनें : ठाकुर
हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती समारोह के ऐतिहासिक अवसर पर विधानसभा पुस्तकालय कक्ष में मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, पूर्व सांसदों और पूर्व विधायकों के सम्मान में एक समारोह को सम्बोधित करते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की गौरवशाली विकास यात्रा उपलब्धियों से भरी हुई है। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए अब प्रदेश सरकार ने राज्य की विकासात्मक यात्रा को प्रदर्शित करने के लिए स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा आयोजित करने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 50 वर्षों की उपलब्धियों के लिखित दस्तावेज बनाए जाने चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों को राज्य की इस महत्वपूर्ण यात्रा की जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिल सके। उन्होंने राज्य के लोगों से हिमाचल को देश का सबसे विकसित राज्य बनाने के लिए प्रदेश सरकार को पूर्ण सहयोग और समर्थन देने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों स्वर्गीय डा. यशवन्त सिंह परमार, राम लाल ठाकुर और वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पूर्व मुख्यमंत्रियों शांता कुमार और प्रो. प्रेम कुमार धूमल का भी आभार व्यक्त किया।
पड़ोसी राज्यों से हिस्सा दिलाने को मांगी मदद
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से हिमाचल के पड़ोसी राज्यों से प्रदेश का हिस्सा दिलाने में मदद की गुहार लगाई है। अग्निहोत्री ने आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान अपने संबोधन में कहा कि हिमाचल को खासकर पनबिजली परियोजनाओं में पड़ोसी राज्यों से अपने हिस्से की बड़ी रकम लेनी है लेकिन ये राज्य सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद हिमाचल प्रदेश का हिस्सा नहीं दे रहे हैं। ऐसे में राष्ट्रपति को इस मामले में हिमाचल की मदद के लिए आगे आना चाहिए। अग्निहोत्री ने सेना में हिमाचल के युवाओं के शौर्य का जिक्र किया और कहा कि हिमाचल की जनता चाहती है कि राष्ट्रपति के आशीर्वाद से हिमाचल रेजिमेंट गठित हो। अग्निहोत्री ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रेल और हवाई सेवाओं के विस्तार में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का सहयोग भी मांगा।